लोकसभा में कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों की ‘नीट-यूजी’ परीक्षा में कथित अनियमितता पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामे के कारण सदन की बैठक को एक बार के स्थगित के बाद एक जुलाई तक के लिए स्थगित. इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी थी.

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने NEET का मुद्दा उठाया और विपक्षी सांसदों के साथ मिलकर इस मामले पर चर्चा की मांग की. स्पीकर ओम बिरला ने आग्रह किया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की जाए. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “…हम विपक्ष और सरकार की ओर से भारत के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते थे कि हम इस मुद्दे को जरूरी मानते हैं. इसलिए, हमने सोचा कि छात्रों के सम्मान के लिए हम आज NEET पर चर्चा करेंगे…”

लोकसभा की कार्यवाही जब शुरू हुई, स्पीकर ओम बिरला ने सदन के 13 पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी. सदन में पूर्व सदस्यों के निधन पर मौन रखकर शोक प्रकट किया गया. इसके बाद स्पीकर ने सदस्यों से अपने नाम के आगे अंकित प्रपत्र सभा पटल पर रखने के लिए कहा. इस पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नीट का मुद्दा उठाते हुए इस पर चर्चा की मांग की. राहुल गांधी की मांग पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आप किसी भी विषय पर डिटेल में बोल सकते हैं और सरकार से मेरी उम्मीद होगी कि वह जवाब देगी.

राहुल गांधी ने स्पीकर से दो मिनट टाइम मांगा. इस पर स्पीकर ने कहा कि आप दो मिनट नहीं, जितना आपकी पार्टी का समय है आप पूरा ले सकते हैं. आप डिटेल में बोलना. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप प्रतिपक्ष के नेता हैं, संसदीय मर्यादाओं का पालन कीजिए. इसके बाद राहुल गांधी ने कुछ कहा जिस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मैं माइक बंद नहीं करता हूं, यहां कोई बटन नहीं है. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के जो स्टूडेंट हैं, उन्हें जॉइंट मैसेज देना चाहते थे.