भोपाल. केंद्रीय चुनाव आयोग दिल्ली पहुंचे मध्यप्रदेश के सीएस और एसीएस गृह विभाग ने चुनाव में कालेधन के इस्तेमाल मामले में जांच की दूसरी स्टेट्स रिपोर्ट सौंप दी है. यह रिपोर्ट गुरुवार को दिल्ली पहुंचे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और एसीएस होम राजेश राजौरा ने केंद्रीय चुनाव आयोग को सौंपी है. इस रिपोर्ट के बाद आयोग ने एमपी के 3 आईपीएस सुशोवन बनर्जी, संजय माने और वी मधु कुमार समेत राज्य पुलिस सेवा के अफसर अरुण कुमार मिश्रा को आरोप पत्र जारी किया है.

बता दें कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने साल 2019 चुनाव में कालेधन का इस्तेमाल मामले में स्टेट्स रिपोर्ट के लिए दोनों अफसर को दिल्ली तलब किया था. चुनाव आयोग के निर्देश पर एमपी की ईओडब्ल्यू इस मामले की जांच कर रही है.

281 करोड़ रुपए का हवाला के जरिये लेनदेन का खुलासा

बता दें कि अप्रैल 2019 में कांग्रेस की कमल नाथ सरकार के दौरान आयकर विभाग ने एमपी और दिल्ली में 52 जगहों पर छापेमारी की थी. छापों में 281 करोड़ रुपए का हवाला के जरिये लेनदेन का खुलासा हुआ था. आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग और सीबीडीटी को सौंपी थी. इस रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने मामले में ये पता लगाने की कोशिश की, कि क्या लोकसभा चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों या अन्य कांग्रेस नेताओं तक बड़ी राशि तो नहीं पहुंचाई गई थी.

ईओडब्ल्यू आर्थिक अनियमितताओं की जांच एजेंसी

रिपोर्ट के मुताबिक मामले में कांग्रेस नेताओं समेत कमल नाथ के करीबियों और आईएएस, आईपीएस, राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के नाम शामिल थे. सीबीडीटी की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने एमपी के मुख्य सचिव को निर्देश देकर मामले की जांच कराने के निर्देश दिए. इसपर ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू की है. ईओडब्ल्यू यानी इकोनामिक अफेंस विंग. यह एमपी सरकार की वह एजेंसी है, जो आर्थिक अनियमितताओं की जांच करती है.