पौड़ी गढ़वाल। उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही हैं। कई जगह कांग्रेस का पलड़ा सत्ताधारी भाजपा पर भारी है। वहीं प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्र में भाजपा का दबदबा देखने को मिल रहा है। सीएम खुद निकाय चुनाव की कमान संभाल रहे हैं। इसी बीच कोटद्वार से एक बड़ी खबर सामने आई है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने अपने पार्टी के एक दर्जन कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर दिया है।

6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित

कोटद्वार भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को कुल एक दर्जन कार्यकर्ताओं को पार्टी निष्कासित किया है। सभी कार्यकर्ता भाजपा के अधिकृत पार्षद प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में उतरे थे। जिसके चलते उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इन कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।

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भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष की संस्तुति के पश्चात उन्हें पार्टी से निकाला गया है। बीजेपी हाइकमान से कड़े निर्देश मिले है कि निकाय चुनाव के दौरान जो भी कार्यकर्ता भाजपा की नीति के विरूद्ध कार्य करेगा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। पार्टी के कुछ और कार्यकर्ता हमारी नजर में है। पहले उन्हें अल्टीमेटम दिया जाएगा। बात नहीं मानने की स्थिति में उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

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इन नेताओं पर गिरी गाज

जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा अनिल रावत,
जिला संयोजक आशा बलूनी,
पूर्व मंडल महामंत्री गौरव जोशी,
जिला संयोजक हरीश खर्कवाल,
शक्तिकेंद्र संयोजक नंद किशोर कुकरेती,
रेखा सुन्द्रियाल व दीपक पांडेय,
मंडल उपाध्यक्ष विनय शर्मा,
मनीष भट्ट, सुनीता नेगी, जयदीप नौटियाल