
देहरादून. शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने निजी विद्यालय संगठनों और स्कूल संचालकों के साथ बैठक की. मीटिंग में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, बच्चों के बस्तों से भार कम करना और स्थानीय संस्कृति से जोड़ने के उपायों पर चर्चा की गई. वहीं अब SCERT (State Council of Educational Research and Training) की ओर से तैयार की गई ‘हमारी विरासत एवं विभूतियां’ पुस्तकें सभी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई जाएंगी.
बता दें कि सरकारी स्कूलों की तरह अब प्राइवेट स्कूलों में भी बस्तों का वजन निर्धारित किया जाएगा. ऐसे में छोटे बच्चों पर पढ़ाई का अनावश्यक बोझ कम होगा. साथ ही महीने में एक दिन ‘बैग फ्री डे’ मनाया जाएगा. इस दिन बच्चे बिना बैग के स्कूल आएंगे और खेलकूद, रचनात्मक गतिविधियों, व्यावहारिक शिक्षा और नई शिक्षण विधियों का एक्सपीरियंस लेंगे.
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अप्रैल महीने के पहले सप्ताह से यह सब लागू होगा. शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने बैठक में निजी विद्यालयों से अनुरोध किया कि वे साक्षर उत्तराखंड अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं. जिसके तहत प्रत्येक शिक्षक को कम से कम एक निरक्षर व्यक्ति को साक्षर बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी. उन्होंने सभी निजी स्कूलों के शिक्षकों से निक्षय मित्र योजना के तहत टीबी मरीजों को गोद लेने का भी आग्रह किया है.
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