देहरादून. प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे को लेकर सियासी बवाल मच गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि प्रेमचंद अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन यह इस्तीफा कितने दिनों बाद आया? यह कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं थी, बल्कि उत्तराखंड के सम्मान की लड़ाई थी.

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे से बात खत्म नहीं होगी. जब तक सीएम पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जनता से माफी नहीं मांगते, यह लड़ाई चलती रहेगी. जब तक मुख्यमंत्री धामी यह स्वीकार नहीं कर लेते कि उन्होंने प्रेमचंद अग्रवाल को संरक्षण क्यों दिया, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा.

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गणेश गोदियाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी को भी बताना होगा कि उन्होंने विधानसभा में प्रेमचंद अग्रवाल की रक्षा क्यों की. इसके अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को यह स्पष्ट करना होगा कि उन्होंने उत्तराखंड की जनता को धमकाने का प्रयास क्यों किया. यह आंदोलन केवल प्रेमचंद अग्रवाल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भाजपा सरकार को जवाबदेह बनाने तक जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड के लोगों की जीत है, जिन्होंने अपनी आवाज उठाई और भाजपा सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.

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बता दें कि 21 फरवरी 2025 को बजट सत्र के दौरान प्रेमचंद अग्रवाल ने पहाड़ी लोगों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी. जिसके चलते उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के साथ-साथ समाजिक संगठनों ने भी उनके बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया था. जगह-जगह प्रेमचंद का पुतला फूंका गया. मामला गर्माने के बाद प्रेमचंद अग्रवाल ने खेद भी जताया था. लेकिन विवाद थमने की जगह बढ़ता जा रहा था, ऐसे में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.