देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बिहार चुनाव में निष्पक्ष मतदान और सुप्रीम कोर्ट को लेकर बड़ा बयान दिया है। हरीश रावत का कहना है कि बिहार में निष्पक्ष चुनाव और निर्भीकता से मतदान सुनिश्चित करना लोकतंत्र के लिए आवश्यक है और सुप्रीम कोर्ट तो संरक्षक है निर्भीक चुनाव प्रणाली का, उसके साथ चुनाव आयोग को भी पूर्णतः निष्पक्षता बरतनी चाहिए ताकि मतदाता स्वतंत्र रूप से अपने मतदान का प्रयोग कर सकें।

भाजपा के बागी नेताओं की चर्चा नहीं हो रही

हरीश रावत ने कहा कि समाचार पत्रों और मीडिया की भूमिका भी निर्भीक मतदान के लिए बहुत आवश्यक है और जब मीडिया बायस होता है तो स्थितियां जटिल बन जाती हैं। मैं कई दिनों से देख रहा हूं कि मीडिया सत्तारूढ़ गठबंधन में जो दरारें हैं उनको नहीं देख रहा है, वहां जेडीयू और भाजपा के एक दर्जन के करीब लोग बागी होकर के चुनाव लड़ रहे हैं उसकी चर्चा नहीं हो रही है।

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हरीश रावत ने आगे कहा कि मगर कांग्रेसनित गठबंधन में कहीं लीख भी दिखाई दे रही है तो उसको बहुत प्रचारित किया जा रहा है। मगर भाजपा गठबंधन में जो खटमल पड़े हुए हैं उसकी चर्चा नहीं हो रही है सुप्रीम कोर्ट की सजगता, चुनाव आयोग की निष्पक्षता के साथ-साथ समाचार तंत्र की निष्पक्षता भी आवश्यक है।