देहरादून। उत्तराखंड के संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने क्षेत्रवाद को लेकर दिए बयान को लेकर खेद जताया है। प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सदन में मेरे द्वारा कही गई बातों को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है। मैनें कहीं पर भी अपने प्रदेश के किसी वर्ग का अपमान नहीं किया हैं। मैनें कहा था कि उत्तराखंड में देश के सभी हिस्सों के लोग रहते हैं। उत्तराखंड हमारा है और हम सभी उत्तराखंड के हैं। मैंने अपने बयान में सारे उत्तराखंड की बात कही थी। मेरी बातों से कई लोगों की भावना आहत हो गई हैं। ऐसा मुझे महसूस हो रहा है। मेरा ऐसा स्वाभाव नहीं है कि किसी को पीड़ा दूं इसलिए सच्चे हृदय से खेद व्यक्त करता हूं।

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संसदीय कार्यमंत्री ने कही थी ये बात

बता दें कि सदन में संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने क्षेत्रवाद को लेकर विस्फोटक बयान दिया था। जिसमें प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड में पहाड़वाद को खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड सिर्फ पहाड़ और पहाड़ियों का नहीं है। पहाड़ में है कौन? कोई मध्य प्रदेश से आया है, कोई राजस्थान से आया है। आप क्यों उत्तराखंड में पहाड़ी करके विखंडन की स्थिति लाना चाहते हैं। मैं अग्रवाल हूं क्या इसलिए आप ऑब्जेक्ट कर रहे हैं। उनको इस बयान से सदन में हंगामा मच गया था। विपक्ष और उत्तराखंड के कई संगठनों ने प्रेमचंद अग्रवाल के बयान का कड़ा विरोध किया।

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कांग्रेस ने निकाली सांकेतिक शव यात्रा

अल्मोड़ा जिले में तो कैबिनेट मंत्री के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन किया और प्रेमचंद अग्रवाल की सांकेतिक शव यात्रा निकाली। भाजपा सहयोग सेल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक बीरेन्द्र जुयाल ने वित्त मंत्री का खुलकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि सदन में पहाड़ियों पर गलत टिप्पणियां की जा रही है। इधर, हरिद्वार जिले के देवपुरा चौक पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला फूंका गया। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल पर्वतीय समाज के लोगों को अपशब्द कहे हैं। धामी सरकार उनसे तत्काल इस्तीफा ले। कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट ने कहा कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पहाड़ी समदुाय का अपमान किया है। उनके खिलाफ कोर्ट से नोटिस भेजा जाएगा। निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने प्रेमचंद अग्रवाल की कड़ी आलोचना की और कहा कि उनको ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए था।