सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर बूढ़ा तालाब पर उत्तराखंड समाज विकास समिति के द्वारा प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदेशभर से आए सैकड़ों लोगों ने काली पट्टी लगाकर मौन धरना प्रदर्शन किया गया.

धरने के दौरान मुजफ्फरनगर कांड की 25वीं बरसी पर शहीदों को याद किया गया. दो अक्टूबर 1994 को अलग राज्य की मांग को लेकर दिल्ली जा रही रैली पर रामपुर तिराहे मुजफ्फरनगर में बर्बर कार्रवाई की गई थी, लेकिन अभी तक शहीदों को न्याय नहीं मिल पाया है. इससे संबंधित मामला उत्तर प्रदेश में लंबित है.

उत्तराखंड समाज विकास समिति रायपुर के अध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि मुज़फ़्फ़रनगर कांड के दोषियों को आज तक सजा नहीं मिल पाई है. इसे आज 25 साल हो जाने के बाद भी दोषी एक एक करके छूटते जा रहे हैं और न्याय में विलंब हो रहा है. राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ गया है दोषियों को बचाए जाने का प्रयास की जा रही है. इस तरह आज तक किसी भी दोषियों को सजा नहीं मिली है. इसके विरोध में आज पूरे देश भर में मौन काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि दो अक्टूबर की रात मुज़फ़्फ़रनगर के पास अलग राज्य की माँग को लेकर दिल्ली जा रहे आंदोलनकारियों पर तत्कालीन मुलायम सरकार ने ज़ुल्म किया था. और पुलिस तथा स्थानीय बदमाशों के साथ मिलकर बर्बरता की सीमा लांघी थी, उन सब दोषियों को सजा दिलाने मुंह पर काली पट्टी बांधकर मौन धरना प्रदर्शन किया गया. जिसमें प्रदेश के तमाम ज़िलों से सैकड़ों लोग प्रदर्शन में शामिल हुए हैं.