जयपुर। राजस्थान में आज राजनीति गरमाई हुई है. राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, उनके भाई एवं पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल और पूर्व विधायक पुखराज गर्ग को सरकारी आवास खाली करने के लिए सरकार द्वारा जारी नोटिस का जवाब देने का आज अंतिम दिन है. यदि आज आवास नहीं छोड़ा गया या संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो जिला प्रशासन कलेक्टर स्तर पर बेदखली की कार्रवाई शुरू करेगा.

पहले भी भेजे जा चुके हैं चार नोटिस

तीनों नेताओं को इससे पहले चार बार नोटिस दिए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक जयपुर स्थित सरकारी आवास खाली नहीं किए गए. जानकारी के मुताबिक, हनुमान बेनीवाल जयपुर के ज्योतिनगर विधायक फ्लैट और जालूपुरा स्थित विधायक बंगले—दोनों पर कब्जा बनाए हुए हैं. वहीं, नारायण बेनीवाल और पुखराज गर्ग अब भी जालूपुरा के बंगलों में रह रहे हैं.

विधायक पेंशन भी की गई बंद

सरकार ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए नारायण बेनीवाल और पुखराज गर्ग की विधायक पेंशन पर रोक लगा दी है. हालांकि हनुमान बेनीवाल बतौर सांसद वेतन और सुविधाएं पहले से ही प्राप्त कर रहे हैं.

हनुमान बेनीवाल बोले—”यह राजनीतिक प्रतिशोध”

हनुमान बेनीवाल ने सरकार की इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है. उनका कहना है कि वे आवास का किराया चुका रहे हैं और किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है.

अब क्या आज होगी बेदखली?

अब जब आज ही अंतिम तारीख है, तो इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं कि क्या तीनों पूर्व विधायक स्वेच्छा से सरकारी आवास खाली करेंगे या प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी. स्थिति साफ होने में अब कुछ ही घंटे बाकी हैं.