वाराणसी। शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के बयान का समर्थन किया हैं। वक्फ बोर्ड बिल की बातों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि जब भारत से पाकिस्तान को मुसलमान के नाम पर अलग करवाया गया, तो यहां मुसलमान का क्या काम है, उन्हें पाकिस्तान जाना चाहिए। शंकराचार्य ने यह बाद यूपी के वाराणसी में कही है।

वाराणसी में शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती 1008 महाराज ज्योतिष्पीठाधीश्वर ने कथावाचक देवकीनंदन के वक्फ़ की बातों का समर्थन किया। शंकराचार्य ने संभल की घटना पर कहा कि पत्थर फेंकना उचित नहीं है, अगर आप उस बात से सहमत नहीं है तो न्यायालय में जाकर अपनी बात को मजबूती से कहना चाहिए, लेकिन न्यायालय में न कहकर पत्थरबाजी किया जा रहा है। इसी से पता चलता है कि उनके पास कोई ऐसा प्रमाण नहीं है, जो वह न्यायालय में प्रस्तुत कर सकें। इसीलिए वह इस तरह के अभ्य्यचारी पत्थरबाजी का कर रहे हैं। जिससे उनकी कमजोरी दिखाई दे रही है।

देवकीनंदन ठाकुर ने कही थी ये बात

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने संभल की घटना पर कहा था कि कोर्ट के आदेश पर सर्वे करने गई टीम पर पत्थरबाजी कैसे हो गई ? क्यूं कि एक-एक के हैं 70 घर में रखें हैं पत्थर। सभी दंगाइयों पर करवाई होनी चाहिए। वहीं सनातन बोर्ड की मांग पर कहा कि भारत की स्थिति पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसी न हो इसलिए हमें सनातन बोर्ड चाहिए।

देवकीनंद ने कहा कि हमें देश में सनातन बोर्ड इसलिए चाहिए क्यूं कि हम भारत को सुरक्षित चाहते हैं। हमारे पास केवल 5 से 10 साल ही हैं, नहीं तो देश में बहुत खराब स्थिति आ जाएगी। बांग्लादेश में इस्कॉन के पुजारी का गिरफ्तार होना देश के लिए खतरे की घंटी है। वहीं उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले सभी बांग्लादेशियों को देश से बाहर भेजना चाहिए।