Pillow Vastu Tips: आमतौर पर हर घर में तकिए का इस्तेमाल किया जाता है. बेड पर रखा हुआ तकिया बेड की शोभा बढ़ाता है,और सोते समय सिर में लगाया जाए तो बहुत कम्फर्टेबल लगता है. किसी भी चीज को सुंदर दिखाने के लिए हम इसमें कई तरह के बदलाव करते हैं. इसी तरह तकियों को साफ-सुथरा और पहले से खूबसूरत बनाने के लिए कवर का इस्तेमाल किया जाता है.वास्तु के अनुसार बेड पर रखी ये आम सी तकिया हमारे जीवन को खास बनाने का काम करती है. कहते हैं कि अगर इनका चयन वास्तु शास्त्र के अनुसार किया जाए तो जीवन में सुख-शांति और सकारात्मकता बनी रहती है.
लेकिन इससे जुड़े वास्तु टिप्स के बारे में बहुत कम लोगों को पता होता है. आज इस आर्टिकल में बात करेंगे तकिए से जुड़े वास्तु टिप्स के बारे में.
कलर का रखें खास ध्यान
वास्तु शास्त्र के अनुसार तकियों के कवर को चुनते समय रंग का खास ध्यान रखना चाहिए. अगर इस भागदौड़ भरी जिंदगी में सुकून भरी जिंदगी जीना चाहते हैं तो हमेशा लाइट कलर के तकिए का ही इस्तेमाल करें. रेड व ब्लैक कलर जैसे डार्क रंग नींद को भंग करने का काम करते हैं.
प्रिंट्स पर करें फोकस
अलग-अलग तरह के प्रिंट सुंदरता को बढ़ाने का काम करते हैं. आजकल बाजार में तकिए के कवर पर कई तरह के प्रिंट्स व पैटर्न बने हुए मिलते हैं. वास्तु के अनुसार हमेशा फ्लोरल पैटर्न के कवर का चुनाव करना चाहिए. इसी के साथ इस बात बेहद ध्यान रखें कि एनिमल प्रिंट के तकिए के कवर का चुनाव करने से बचें. ऐसा करने से घर में नकारात्मकता का साया बना रहता और रात में नींद में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
दो या तीन दिनों बाद बदलें कवर
जिस तरह हम घर की साफ-सफाई का बेहद ध्यान रखते हैं. उसी तरह हमे तकियों का बेहद ध्यान रखना चाहिए. तकिए के कवर को दो या तीन दिनों बाद बदल लेना चाहिए. इसके बाद इनकी ऊर्जा खराब होने लग जाती है जिसका सीधा असर हमारे दिल और दिमाग पर पड़ता है. अगर ऐसा न किया जाए तो नींद लेने में बहुत समस्या हो सकती है.
धुला हुआ ही हो कवर
तकिए के कवर को बदलते समय इस बात का भी बेहद ध्यान रखें कि जिस कवर का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो धुला हुआ होना चाहिए. क्योंकि तकिए के कवर में धूलकण, तेल, डेड स्किन और कई तरह की गंदगी चिपक जाती है. ऐसे में इस तरह के कवर का इस्तेमाल करना शुभ नहीं होता. तकिए के कवर को कभी भी गंदे कपड़ों के साथ नहीं धोना चाहिए.
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