प्रतीक चौहान. रायपुर/दुर्ग. दुर्ग रेलवे स्टेशन में वैध और अवैध वेंडरों ने मिलकर कमर्शियल इंस्पेक्टर एल विद्या सागर के साथ जमकर मारपीट की है. जिसके बाद विभिन्न धाराओं के तहत जीआरपी दुर्ग में इसकी एफआईआर दर्ज कराई गई है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि इनकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है. जिन वेंडरों ने कमर्शियल विभाग के स्टॉफ के साथ मारपीट की उसमें से कुछ स्टॉफ जूस बार (स्टॉल) के बताए जा रहे है. लेकिन इस पूरे प्रकरण में अहम बात ये है कि इन वेंडरों के हौंसले इतने बुलंद कैसे हुए कि उन्होंने रेलवे स्टेशन के अंदर ही कमर्शियल इंस्पेक्टर की पिटाई कर दी.

 सूत्र बताते है कि पिछले कई दिनों से लगातार लल्लूराम डॉट कॉम में दुर्ग के वेंडरों की खबर प्रकाशित होने से आरपीएफ के अधिकारी नाराज हो गए है. नाराज इसलिए भी क्योंकि जोन से इस मामले में इंस्पेक्टर को चार्टशीट भी पिछले दिनों मिली. जिसके बाद कमर्शियल विभाग के एक स्टॉफ ने फोटो-वीडियो बनाकर वेंडरों को पुनः आरपीएफ दुर्ग को हेंडओवर किया, जिसकी खबर भी लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रकाशित की और फिर बाद में उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. सूत्र बताते है कि इसके बाद आरपीएफ पोस्ट में वेंडरों को बुलाया गया और कहा गया कि यदि कोई भी तुम्हारा फोटो-वीडियो बनाए तो तुम भी उसकी फोटो खिंचना और उसे मेरे पास लाना या मुझे तत्काल उसकी जानकारी देना. कमर्शियल स्टॉफ के साथ हुई मारपीट की अहम वजह भी वीडियोग्राफी ही है.  हालांकि इस पूरे घटनाक्रम से कमर्शियल विभाग के उच्च अधिकारी एक्शन में है और जल्द कोई बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है.

क्या कहती है FIR

CI एल विद्यासागर पिता स्व एल संजीवी उम्र 34 वर्ष निवास पंचशील नगर चरोदा थाना पुरानी भिलाई जिला दुर्ग ने जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह दुर्ग में वाणिज्य निरीक्षक के पद पर कार्यरत है. दिनांक 09.09.23 को भिलाई स्टेशन का निरीक्षण करके ट्रेन नंबर 08815 में दुर्ग स्टेशन पहुंचा समय 11.20 बजे लगभग मैंने स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 में देखा कि बहुत सारे अनाधिकृत वेंडर वेंडिग करते पाये इसका रिपोर्ट बनाने मोबाइल के द्वारा वीडियो बनाने लगा उसी बीच OC/RPF को मैं फोन कर बताया कि सारे अवैध वेंडर हैं.

  मैं अपना परिचय बताया और सभी को आई कार्ड दिखाने को बोला तो भी किसी ने अपना आई कार्ड नहीं दिखाया और मेरा परिचय पूछते हुए आप कौन हो मेरा मोबाइल लेने का प्रयास करते हुए छिन लिया फिर मैंने अपना मोबाइल मांगा नहीं दिया. तो छब्बू वेंडर के कहने पर दे दिया. तब तक और भी वेंडर वहां पहुंच गये और मुझे चारो तरफ से घेर लिये ताकि मैं कहीं निकल न सकूं इतने में RPF स्टाफ हरे राम कुमार भी वहां आ गया उसके बाद मैंने RPF स्टाफ को दो तीन वेंडर के बारे में बताया कि उसके पास कोई आईकार्ड नहीं है और यह सब अवैध वेंडिंग कर रहे हैं और इस सबको RPF थाने को जाने बोला उसी समय मेरे साथ मारपीट करने लगे और गंदी गंदी गाली गलौज करने लगे मारपीट से मेरे चेहरे पे, सीने के नीचे पसली में, पीछे तरफ गर्दन नीचे भाग में लगा फिर मुझे उपस्थित RPF स्टाफ सबके बीच से लेकर आया मारपीट करने वालों का नाम राजन सोनकर, विशाल सोनकर, सूरज सोनकर अपने साथियों के साथ मेरे साथ मारपीट कर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाये.

 एफआईआर में कमर्शियल स्टॉफ ने बताया है कि फिर वे जीआरपी चौकी आया और हालात को बताया घटना को छब्बू सोनकर आरपीएफ स्टाफ हरे राम और उमेदी राम देखे हैं और बीच बचाव किये और जो वीडियो में जो लोग थे उनका नाम बाद में बताउंगा रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही करने की कृपा करें उनके द्वारा जान से मारने की धमकी के चलते बहुत डरा हुआ हूं. आरोपियों के खिलाफ जीआरपी ने धारा 294, 323, 341, 186, 353, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है.