अयोध्या. अयोध्या में पहली बार हो रही विश्व हिन्दू परिषद की प्रबंध कार्यकारिणी की दूसरे दिन की बैठक में लिव इन रिलेशन को विवाह व परिवार संस्था को नष्ट करने की मानसिकता मानते हुए कुटुम्ब व्यवस्था की संकल्पना के साथ अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है. इस अभियान को लेकर संगठन के स्तर पर रणनीति तय की जा रही है.

कारसेवकपुरम में आयोजित इस बैठक में प्रत्येक तीन वर्ष पर होने वाले संगठन के चुनाव भी मंगलवार को होंगे. इसके पहले यहां अलग-अलग स्तरों पर बैठकों का आयोजन किया गया. इन बैठकों में दो विशेष प्रस्तावों पर चर्चा के बाद उन्हें स्वीकार किया गया. जिनमें पहला प्रस्ताव राम मंदिर को लेकर था तो दूसरा लोकतांत्रिक देश का चुनाव विषयक रहा.

विहिप के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने इन प्रस्तावों को मीडिया के साथ साझा करते हुए बताया कि देश में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं. भारत को लोकतंत्र की जननी कहा गया है. यहां चुनाव एक महापर्व है. इस महापर्व में मतदान अधिकारी के साथ कर्तव्य भी है. उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव देश भर के मतदाताओं को राष्ट्र हित व देश हित में जागरूक करने की दृष्टि है. उन्होंने कहा कि हम किसी पार्टी का नाम नहीं तय कर सकते. मतदाता अपने विवेक से राष्ट्र हित को महत्व देने वाले के पक्ष में शत-प्रतिशत मतदान करें.