VI FPO Price Band 2024 : वित्तीय संकट से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया ने 18,000 करोड़ रुपये का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO लॉन्च करने का ऐलान किया है. यह एफपीओ 18 अप्रैल से 22 अप्रैल तक खुला रहेगा. वहीं एंकर निवेशक 16 तारीख को इस एफपीओ के लिए बोली लगा सकेंगे. कंपनी ने अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है. Read More – Recharge Plans Price Hike : Jio और Airtel फिर महंगा कर सकते हैं रिचार्ज, जानिए कब से टैरिफ बढ़ा सकती है कंपनी

वोडाफोन-आइडिया ने अपने एफपीओ के लिए प्राइस बैंड ₹10 से ₹11 के बीच तय किया है. निवेशक न्यूनतम एक लॉट यानी 1298 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं. ऐसे में अगर आप एफपीओ के ऊपरी प्राइस बैंड ₹11 के हिसाब से 1 लॉट के लिए आवेदन करते हैं तो आपको ₹14,278 का निवेश करना होगा.

वोडाफोन-आइडिया निवेशकों और विश्लेषकों से करेगी बातचीत

कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि बोर्ड ने 11 अप्रैल, 2024 को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज, गुजरात के साथ रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) की स्वीकृति और फाइलिंग को मंजूरी दे दी है. वोडाफोन आइडिया 15 अप्रैल से ऑफर के अंत तक रोड शो में भी भाग लेगी और निवेशकों और विश्लेषकों के साथ बातचीत करेगी.

हाल ही में शेयरधारकों ने फंड जुटाने की दी थी मंजूरी

हाल ही में वोडाफोन-आइडिया के शेयरधारकों ने इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड सिक्योरिटीज के जरिए 20 हजार करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी इस फंड का इस्तेमाल 5G को रोलआउट करने और 4G सर्विस को बेहतर बनाने में करेगी. इसके साथ ही यह धन उगाही कंपनी को अपनी प्रतिस्पर्धी स्थिति में सुधार करने और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने में भी सक्षम बनाएगी.

यह अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ है

यह अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ है. फिलहाल भारतीय बाजार में सबसे बड़ा एफपीओ यस बैंक का है, जिसकी वैल्यू 15 हजार करोड़ रुपये थी, जबकि अडाणी एंटरप्राइजेज पिछले साल जनवरी में 20 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ लेकर आई थी. हालांकि, बाद में कंपनी ने इसे वापस ले लिया. अगर उसने ऐसा नहीं किया होता तो अडानी एंटरप्राइजेज एफपीओ लाने वाली सबसे बड़ी कंपनी होती.

एफपीओ क्या है?

फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसकी ओर से स्टॉक एक्सचेंज में पहले से सूचीबद्ध कंपनी निवेशकों या मौजूदा शेयरधारकों, आमतौर पर प्रमोटरों को नए शेयर जारी करती है. आसान भाषा में समझें तो शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियां सेकेंडरी मार्केट में नए शेयर जारी कर फंड जुटाती हैं.

वोडाफोन-आइडिया पर 2,10,000 करोड़ रुपये का कर्ज

वोडाफोन-आइडिया वित्तीय समस्याओं से जूझ रही है, जिस पर 2,10,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. वोडाफोन-आइडिया अपने प्रतिद्वंद्वियों (जियो और भारती एयरटेल) से मुकाबला करने के लिए अपनी सेवा और बुनियादी ढांचे में सुधार करना चाहती है. कंपनी फिलहाल रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसे बड़े प्रतिस्पर्धियों से काफी पीछे हैं.