सोहराब आलम, मोतिहारी। भारत में लोकतंत्र को तकनीक से जोड़ते हुए एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है, जिसके तहत मोतिहारी जिले के पकड़ी दयाल नगर पंचायत की वार्ड संख्या 8 की निवासी विभा देवी देश की पहली महिला ई-वोटर बनीं। यह उपलब्धि उस समय और भी खास हो जाती है, जब यह जानने को मिलता है कि विभा देवी दो छोटे बच्चों की मां हैं और मतदान करने नहीं जा पाने वाली थीं।

सासू मां ने दिया था मोबाइल से वोट का आईडिया

पहली महिला ई-वोटर बनीं विभा देवी ने बताया कि, “मैं मतदान के लिए नहीं जा रही थी, क्योंकि मेरे दो छोटे बच्चे हैं और बाहर निकलना मुश्किल था। तभी मेरी सासू मां ने आकर कहा कि, अब मोबाइल से भी वोटिंग की सुविधा है।” सासू मां की बात सुनते ही विभा ने तुरंत अपने मोबाइल से प्रयास किया और कुछ ही पलों में उनका वोट दर्ज हो गया। उन्होंने बताया कि “वोट डालते ही मैं फिर से अपने घरेलू कामों में लग गई,”

विभा देवी ने आगे बताया कि, मोबाइल से वोट डालने के कुछ ही देर में सबकुछ बदल गया। विभा कहती हैं, “शाम करीब चार बजे से लोग मेरी सासू मां से कहने लगे कि आपकी बहू देश की पहली महिला ई-वोटर बन गई हैं। यह सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई। उसके बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया।”

नगर निकाय चुनाव में हुआ ई-वोटिंग का प्रयोग

बता दें कि यह प्रयोग चुनाव आयोग द्वारा नगर निकाय चुनाव में ई-वोटिंग को लेकर किए गए प्रयास का हिस्सा था, जिसे लेकर आयोग ने पहले से व्यापक तैयारियां की थीं। इस पहल का उद्देश्य मतदान को ज्यादा सुविधाजनक और सुलभ बनाना है, खासकर उन लोगों के लिए जो किसी कारणवश मतदान केंद्र नहीं जा पाते।

ई-वोटिंग के पहले सफल प्रयोग से न केवल मोतिहारी को गौरव प्राप्त हुआ है बल्कि यह भविष्य के लिए एक प्रेरणादायी मिसाल भी बन गई है।पुरुषों में भी पहला ई-वोटर पकड़ीदयाल से ही गौर करने वाली बात यह भी है कि देश का पहला पुरुष ई-वोटर भी मोतिहारी के पकड़ीदयाल नगर पंचायत के ही वार्ड नंबर 1 से बना है, जिससे यह इलाका देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।

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