रायपुर। गणतंत्र की रक्षा के लिए छत्तीसगढ़ का एक जवान ऐसा भी है जिन्हें अदम्य साहस, शौर्य और बहादुरी के लिए चौथी बार राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से नवाजा गया. 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्हें पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री अवार्ड दिया गया. यह सम्मान उन्हें राजधानी में आयोजित मुख्य समारोह में राज्यपाल अनुसुईया उइके प्रदान किया गया. लक्ष्मण केंवट से खास बातचीत की हमारे संवाददाता सत्यपाल राजपूत ने की है.

लक्ष्मण केंवट से खास बातचीत देखिये वीडियो  … 

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100 से अधिक नक्सल ऑपरेशन, 41 नक्सलियों की मौत

हम जिस छत्तीसगढ़िया बहादुर जवान की बात रहे हैं उनका नाम है लक्ष्मण केंवट है. लक्ष्मण केंवट की पहचान छत्तीसगढ़ में सबसे सफल नक्सल ऑपरेशन चलाने वाले पुलिस अधिकारी के रूप में बन चुकी है. वे अभी तक 100 से अधिक नक्सल ऑपरेशन का नेतृत्व कर चुके हैं. इसमें 25 मुठभेड़ में उन्हें पूरी तरह सफलता मिली है. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि लक्ष्मण केंवट ने अकेले ही अब तक 41 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है. इसमें अकेले 6 मुठभेड़ राजनाँदगाँव में हुए हैं, जहाँ वे 13 नक्सलियों को मार चुके हैं.

एनकांउटर स्पेशलिस्ट की पहचान
वर्तमान में लक्ष्मण केंवट राजनाँदगाँव जिला के गातापारा थाना प्रभारी हैं. 34 वर्षीय लक्ष्मण की पहचान आज छत्तीसगढ़ में एनकांउटर विशेषज्ञ की बन चुकी है. वे जिस बहादुरी के साथ नक्सल मोर्चे पर लड़ रहे हैं. वैसा फिलहाल उनके आस-पास कोई दूसरा नहीं है. यही वजह कि उन्हें चौथी बार राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया है. वे छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे पुलिस अधिकारी बन गए हैं. जिन्हें चार बार राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार मिल रहा है. इसके पहले 2016, 2017, 2018 में उन्हें यह सम्मान मिल चुका है.

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