कोरोना वायरस के संक्रमण का सेक्स वर्कर्स पर काफी बुरा असर पड़ा है. उनकी कमाई का जरिया ना होने से उनके सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है. ऐसे में जिनके पास मोबाइल फोन और इंटरनेट की सुविधा है, वह तो फोन सेक्स और वीडियो कॉलिंग की मदद से कुछ कमाई कर ले रही हैं. वहीं जिनके पास ऐसी सुविधाएं नहीं हैं, वह आय का दूसरा जरिया तलाश रही हैं.न (देखे पूरा वीडियो)
उत्तर कोलकाता के रेड लाइट इलाके सोनागाछी एशिया की सबसे बड़ी सेक्स वर्कर्स की मंडी है. यहा करीब 7-10 हजार सेक्स वर्कर्स अपनी सेवाएं देते है.
अगर आप इन सेक्स वर्कर्स को पिछड़ा समझ रहे है तो आप गलत है. ये सेक्स वर्कर्स न केवल हाई टेक है बल्कि अपनी सारी सेवाएं भी ऑन लाईन पेमेंट के साथ वीडियो कॉलिंग में देती है. लॉकडाउन तक कुछ सेक्स वर्कर्स पेट पालने के लिए वीडियो और फोन सेक्स का सहारा ले रही जो अब भी निरंतर जारी है.
फोन सेक्स की पेशकश
मोना दास (बदला हुआ नाम) एक दिन में पांच कस्टमर्स से मिलती थी. इस दौरान कुछ लोग सेक्स चाहते थे, जबकि अन्य उसकी कंपनी चाहते थे. मोना सोनागाछी में सेक्स वर्कर्स में से एक है. जब मार्च में लॉकडाउन की घोषणा की गई, तो उसके सभी कस्टमर गायब हो गए. हालांकि, हाल के दिनों में उसने काम में बदलाव किया है. कोरोना महामारी के इस दौर में लैला हाई-टेक गई है और कस्टमर्स से फोन सेक्स की पेशकश कर पैसे कमा रही है.
मोना ने कहा कि फोन सेक्स से पहले आमतौर पर बैंक में पैसे मिल जाते हैं. वीडियो कॉल के लिए जाने का रेट 500 रुपये है जो लगभग 30 मिनट तक रहता है. उसने बताया कि हर कस्टमर्स बैंक से पैसे नहीं भेज सकता है.
दरबार महिला समिति समिति (डीएमएससी) की अध्यक्ष बिशाखा लस्कर के अनुसार, ‘संक्रमण फैलने को को लेकर हर कोई डरता है. वह जिस गली में रहता हैं, वहां कुल 130 लड़कियां रहती हैं. इसमें लगभग 95% अब कस्टमर्स को फोन सेक्स की पेशकश कर रही हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले इस तरह के संकट का सामना सेक्स वर्कर्स को नोटबंदी के दौरान करना पड़ा था.