केशव साहू, रायपुर। कसडोल जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बलौदा में चारे-पानी के अभाव में 13 गायों की मौत हो गई. घटना बुधवार रात की है, जहां फसलों को बचाने के लिए गायों को अस्थाई कांजी हाउस में रखा गया था. प्रशासन घटना के लिए ग्राम पंचायत को जिम्मेदार ठहरा रहा है.

सरपंच अजय पटेल के मुताबिक फसल को गायों से बचाने के लिए अस्थाई रूप से कांजीहाउस की व्यवस्था ग्राम पंचायत में की गई थी, जहां चारा-पानी का भी इंतजाम किया गया था. लेकिन बीती रात पता कि अचानक इतनी गायों की मौत कैसे हो गई. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गायों की मौत भूख से हुई है, क्योंकि ग्राम पंचायत के द्वारा गायों को अस्थाई कांजीहाउस में रख दिया जाता था, लेकिन उसके चारे की उचित व्यवस्था नहीं हो पाती थी, जिसकी वजह से अचानक एक ही रात में 13 गायों ने दम तोड़ा है.

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इस घटना से सरकार के गौवंश को बचाने के लिए हर पंचायत में गौठान निर्माण की योजना पर सवाल उठने लगे हैं. पिछले दिनों जांजगीर-चांपा जिले के खोखरा के गौठान में आठ गायों की मौत की खबर सामने आई थी, अब बलौदा में भी 13 गांव की मौत ने सवाल के इस अहम प्रोजेक्ट पर कई सवाल पैदा कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले की जांच करानी चाहिए और दोषी जो भी हो उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. 13 गायों की मौत की घटना एक बड़ी घटना है, जिसमें ग्राम पंचायत के सरपंच ध्यान देने की आवश्यकता थी.

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