रायपुर। नेहरू की संपन्नता से देश वाकिफ है. उन्होंने देश के लिए अपनी संपन्नता त्याग दिया था और इनकी पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री कुछ नहीं थे और दस लाख का सूट पहनते हैं इसलिए सवाल उठाया जाता है. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा के विशेष सत्र में भाजपा विधायक सौरभ सिंह के उस बयान पर कही, जिसमें उन्होंने कहा कि आपके भी एक प्रधानमंत्री थे, जिनका सूट विदेशों से सीलकर आता था.

छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन महात्मा गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा शुरू हुई. संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने संस्कृत में अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि गांधी की विचारधारा को ही छत्तीसगढ़ सरकार आगे बढ़ा रही है. नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी गांधी के ग्राम स्वराज की कल्पना को पूरा करती है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांधी के विचारों को अपनी विभिन्न योजना में शामिल किया है. उन्होंने कहा कि कि क्या भारत के प्रधानमंत्री इस बात को मानते है कि स्वराज के पक्ष में हैं? क्या स्वदेशी को अपनाने का समर्थन करते हैं? क्या पीएम विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के पक्ष में हैं? चाइना के साथ व्यापारिक संबंध खत्म करने के पक्ष में है?

गांधी बैरिस्टर होकर भी लंगोट पहनकर मिसाल कायम किया था. एक इनके प्रधानमंत्री हैं, जो विदेशों में जाकर फादर ऑफ नेशन बनने की कोशिश करते हैं. दस लाख का सूट बूट पहनते हैं. इस पर भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने टिप्पणी करते हुए कहा कि आपके भी एक प्रधानमंत्री थे. जिनका सूट विदेशों से सिलकर आता था? जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया.

चर्चा के दौरान बुधवार को रायपुर में हुए कौशल्या के राम नाटक का जिक्र आया, जिस पर भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने नाटक का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी मरता है तो मरने दो इस तरह के गलत शब्दों का प्रयोग किया गया. इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने टोकते हुए कहा कि यही गोड़से के विचार है, साफ झलकता है. आप गलत शब्द का प्रयोग कर रहे है.

इस पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिस तरह की चर्चा हो रही है, उससे यही नहीं पता लग रहा कि गांधीजी पर चर्चा हो रही है. गोडसे पर टिप्पणी को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसकी शुरुआत आपकी ओर से हुई है तो आपको भी सुनना होगा.