रायपुर। मरवाही विधायक अमित जोगी और उनके दो सहयोगी विधायकों को करीब 10 घंटे बाद मार्शलों की मदद से विधानसभा से बाहर निकाला गया. सदन से बाहर निकलने के बाद अमित जोगी ने मीडिया में बयान जारी कर कहा कि मार्शलों ने उन्हें और सहयोगी विधायकों को खींचकर विधानसभा से बाहर निकाला है.


विधानसभा सचिव देवेंद्र वर्मा ने इसकी पुष्टि की है कि ये तीनों विधायक मार्शल के साथ बाहर आए हैं. हालांकि विधानसभा में ही संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर की ओर से कहा गया था कि किसी भी सूरत में मार्शल का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.


सदन में घंटों धरना देने के बाद तीनों विधायकों ने कहा है कि ये लोकतंत्र की हत्या है. अमित जोगी ने कहा कि इसके विरोध में उनकी पार्टी  11 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी. छत्तीसगढ़ के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब विधायकों को बाहर निकालने के लिए मार्शल का इस्तेमाल किया गया हो.


उन्होंने आरोप लगाया कि 11 अगस्त तक चलने वाले विधानसभा सत्र को ढाई दिन में खत्म कर किसी मामले को दबाने के प्रयास को सफल नही होने दिया जाएगा. गौरतलब है कि विधानसभा का सत्र ढाई दिन में खत्म करने के खिलाफ अमित जोगी, आरके राय और सियाराम कौशिक दोपहर से विधानसभा के भीतर धऱना दे रहे थे.