रेणु अग्रवाल, धार/आकाश श्रीवास्तव, नीमच। मध्य प्रदेश में मानसून जाने के बाद भी झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है। इसी बीच धार जिले में सिंचाई तालाब फूट गया है। जिससे 70 से 80 किसानों की सौ बीघा फसल बर्बाद हो गई। इधर नीमच में जावद मार्ग पूरी तरह बंद हो गया। जिसके कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गई। बरसात के कारण क्षेत्र में सोयाबीन की फसल भी खराब हो गई।

पानी में डूबी लहलहाती फसल

धार जिले में झमाझम बारिश का दौर जारी है। इसी इसी के चलते सरदारपुर तहसील के ग्राम मोलाना में 1983 में बना सिंचाई तालाब फूट गया है। जिसके कारण 70 से 80 किसानों की सौ बीघा फसल बर्बाद हो गई है। इस सिंचाई तालाब से 116 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा किसानों को मिलती थी।

स्थानीय विधायक प्रताप ग्रेवाल मौलाना मौके पर पहुंचे और किसानों और ग्रामीणों से चर्चा कर नुकसान के बारे में जाना। ग्रामीणों का कहना है कि हमने सरपंच उप सरपंच सचिव सभी को सूचना दी थी कोई सुनवाई नहीं हुई। कर्मचारी देखने को नहीं आए। सोयाबीन की फसल तो पूरी बह गई। अब मजदूरी के लिए गुजरात जाना पड़ेगा।

नीमच में आवागमन पूरी तरह से बाधित

मध्यप्रदेश के नीमच में एक अंतराल के बाद हुई बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। साथ ही खेतों में रखी सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गए है। बरसात के पानी से नदी नालों में पानी का फ्लो बढ़ गया। जिसकी वजह से आज सुबह से ही नीमच से जावद का मार्ग बंद होने के साथ ही वाहनों की लंबी कतारें लग गई है। जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है।

वही दूसरी और मनासा तहसील के कुछ गांव में किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है। खेतों में रखी सोयाबीन की फसलें पूरी तरह से गल के खराब हो गई है।

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