गांधीनगर। आज विजय रूपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ली. राज्यपाल ओ पी कोहली ने रूपाणी को शपथ दिलाई. शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, कई केंद्रीय मंत्री, सभी एनडीए शासित राज्यों के 18 मुख्यमंत्री शामिल हैं. मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल के साथ 20 मंत्रियों ने शपथ ली. इनमें 6 पाटीदार और 6 ओबीसी चेहरे शामिल हैं. छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह, मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी समारोह में शामिल हैं.
आज शपथग्रहण के साथ ही गुजरात में छठवीं बार भाजपा की सरकार बन गई है. हालांकि इस बार भाजपा को 99 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. कांग्रेस की सीटों में इजाफा हुआ है. कांग्रेस और उसके सहयोगी पार्टियों को 80 सीटें हासिल हुईं.
मंत्रिमंडल में इन्हें मिली जगह
- भूपेंद्र सिंह चुडासमा, कैबिनेट मंत्री- रूपाणी सरकार में सीनियर मंत्री रहे हैं. अहमदाबाद जिले की धोलका सीट से 5वीं बार विधायक चुने गए हैं.
- किशोर कनानी, राज्यमंत्री- सूरत के वराछा से विधायक, 2012 में पहली बार विधायक चुने गए. दक्षिण गुजरात के पाटीदार समाज से आते हैं.
- आर सी फलदू, कैबिनेट मंत्री- जामनगर दक्षिण से विधायक हैं. पटेल समाज से ताल्लुक रखते हैं. आर सी फलदू 2 बार गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं. पाटीदारों के विरोध के बावजूद सौराष्ट्र से जीत कर तीसरी बार विधायक चुने गए हैं.
- कौशिक पटेल, कैबिनेट मंत्री- अमित शाह के बेहद करीबी और भरोसेमंद माने जाते हैं. शाह की खाली हुई सीट नारणपुरा से चुनाव जीतकर चौथी बार विधायक बने. इनके पास केशुभाई और मोदी मंत्रिमंडल दोनों में काम करने का अनुभव है.
- सौरभ पटेल- पाटीदार समाज से ताल्लुक रखते हैं. लगातार 5वीं बार विधायक के रूप में चुने गए हैं. मोदी और आनंदीबेन मंत्रिमंडल में फाइनेंस और ऊर्जा मंत्रालय संभाल चुके हैं.
- गणपत वसावा, कैबिनेट मंत्री- मजबूत आदिवासी चेहरा हैं. लगातार चौथी बार सूरत की मांगरोल सीट से चुनाव जीतकर आए हैं. वसावा विधानसभा में स्पीकर भी रह चुके हैं.
- जयेश राधड़िया, कैबिनेट मंत्री- सौराष्ट्र के मजबूत पाटीदार नेता विट्ठल राधड़िया के बेटे हैं. जैतपुर की सीट पर विजयी रहे. तीसरी बार विधानसभा का चुनाव जीते हैं.
- दिलीप ठाकोर, कैबिनेट मंत्री- ओबीसी समाज पर पकड़. पांचवीं बार विधायक बने हैं.
- परबत पटेल- उत्तर गुजरात के चौधरी पटेल समाज से आते हैं. बनासकांठा के थराद की सीट से 5वीं बार विधायक चुने गए हैं.
- प्रदीप सिंह जडेजा- गुजरात का उभरता हुआ क्षेत्रीय-दरबार चेहरा. मौजूदा सरकार में गृह राज्य मंत्री जाडेजा लगातार चौथी बार चुनाव जीतकर विधानसभा के सदस्य बने हैं. मोदी, आनंदीबेन और रुपाणी तीनों के साथ काम कर चुके हैं.
- वासन भाई आहिर- अहिर समाज के नेता वासन भाई का कच्छ में खासा प्रभाव है. इस बार भी अंजार की सीट से चुनाव जीतकर 5वीं बार विधायक बने हैं.
- ईश्वर सिंह पटेल- ईश्वर सिंह अंकलेश्वर की सीट से चौथी बार चुनाव जीते हैं.
- विभावरी दवे- रुपाणी सरकार में एकमात्र महिला चेहरा हैं. ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखती हैं. विभावरी देवी तीसरी बार चुनाव जीती हैं. भावनगर की पहली महिला मेयर भी रह चुकी हैं.
- बचु खाबड़- दाहोद जिले की देवगढ़ बारिया सीट पर तीसरी बार विधायक चुने गए हैं.
- पुरुषोत्तम सोलंकी- लगातर छठी बार चुनाव जीते हैं. केशुभाई, मोदी, आनंदीबेन और रुपाणी मंत्रिमंडल में लगातार मंत्री बने रहे हैं.
- रमण पाटकर- दक्षिण गुजरात के बड़े आदिवासी नेता हैं. उमरगाम सीट पर 5वीं बार विधायक चुने गए हैं.
- ईश्वर परमार- रुपाणी सरकार का दलित चेहरा हैं. ये दूसरी बार ही विधायक बने हैं.
- जेद्रथ सिंह परमार- मध्य गुजरात मे पार्टी का मजबूत क्षत्रिय चेहरा हैं. पंचमहल जिले की हालोल सीट को ये 2002 से लगातार जीतते आ रहे हैं. जबकि कभी ये कांग्रेस का गढ़ माना जाता था.
मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व
मंत्रिमंडल में उत्तर गुजरात से 6, सौराष्ट्र से 7, मध्य गुजरात से 2, दक्षिण गुजरात से 5 चेहरे शामिल किए गए हैं. इनमें 6 पाटीदार चेहरे, 6 ओबीसी, 2 राजपूत, 3 आदिवासी, एक दलित, एक ब्राह्मण और एक जैन चेहरे हैं.