नई दिल्ली एवं रायपुर। विकास उपाध्यक्ष के ज़िलाध्यक्ष बने रहने पर बात अटक गई है. इसकी वजह है कि विकास उपाध्याय के नाम को लेकर पार्टी के बड़े नेताओ के बीच मतभेद है. बताया जा रहा है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल उनकी जगह किसी और को शहर अध्यक्ष बनाना चाहते हैं. इस बात को लेकर वे अड़ गए हैं. दूसरी ओर पार्टी के दूसरे धड़े के नेता विकास उपाध्याय को ही अध्यक्ष बनाए रखना चाहते हैं. युवा कांग्रेस के कुछ राष्ट्रीय नेता भी विकास उपाध्याय की लाबिंग कर रहे हैं.

चर्चा है कि भूपेश बघेल को विकास उपाध्याय से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन वो अपने तरीके से काम कराना चाहते हैं जो विकास के होते मुमकिन नहीं है. यही वजह है कि वो विकास उपाध्याय को बदलकर अपने किसी आदमी को जिलाध्यक्ष के पद पर बैठाना चाहते हैं.

हालांकि, विकास उपाध्याय का नाम आऊट नहीं हुआ है. लेकिन जिस तरीके से भूपेश बघेल ने दूसरी सीटों पर चरणदास महंत और दूसरे नेताओं के साथ कांप्रोमाइज़ किया है. अब वो अड़ गए हैं. इस बीच इस रेस में एक और नाम जुड़ गया है. हरदीप बेनीपाल का. हरदीप भूपेश के बेहद करीबी माने जाते हैं माना जा रहा है कि अब पार्टी की ओर से विकास उपाध्याय के साथ दो नाम प्रमुखता से जिलाध्यक्ष के लिए चल रहे हैं. गिरीश दुबे, एजाज़ ढेबर, कन्हैया अग्रवाल और हरदीप बेनीपाल. हालांकि इनकी लड़ाई में पद किसी और को बंट जाए तो कोई आश्चर्य नहीं.

3 अक्टूबर को होगा ऐलान

जिलाध्य़क्ष और ब्लॉक अध्यक्षों के नामों की अधिकृत घोषणा 3 अक्टूबर को होने की संभावना है. 25 सितंबल तक सभी बड़े नेताओं इन पदों पर नामों की सूची मांगी गई है. ये सूची राष्ट्रीय प्राधिकरण के पास जमा कराने को कहा गया है. जहां के पदों पर नेताओं के बीच विवाद है. उन पदों राष्ट्रीय प्राधिकरण अपनी ओर से फैसला देकर नाम जारी करेगा.