Vikat Sankashti Chaturthi 2024 : हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. इस बार यह व्रत 27 अप्रैल शनिवार के दिन है. विधि-विधान से पूजा करने से भगवान गणेश की विशेष कृपा बरसती है और साधक को जीवन में आने वाले कष्टों से छुटकारा मिलता है. इसके साथ ही घर परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती हैं.
नारदपुराण के अनुसार मन के स्वामी चंद्रमा और बुद्धि के स्वामी श्रीगणेश के संयोग के परिणामस्वरूप इस चतुर्थी व्रत को करने से मानसिक शांति,कार्यों में सफलता, प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है.
विकट संकष्टी चतुर्थी पर बन रहे हैं ये शुभ योग (Vikat Sankashti Chaturthi 2024)
विकट संकष्टी चतुर्थी पर अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा. वहीं, व्रत वाले दिन शुभ उत्तम मुहूर्त सुबह 07 बजकर 22 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 01 मिनट तक रहेगा. ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान पूजा करने से पूर्ण फल की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस बात का ध्यान रखें कि पूजा चंद्रोदय के बाद ही हो.
विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत का महत्व
विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन बप्पा की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि इस तिथि पर गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से सभी विघ्नों का नाश होता है. साथ ही शिव जी के लल्ला का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ऐसा कहा जाता है कि संकष्टी चतुर्थी पर मोदक चढ़ाने से गणेश जी बहुत खुश होते हैं, क्योंकि मोदक उन्हें बहुत प्रिय है. इसलिए इस पर्व पर उनका प्रिय भोग जरूर चढ़ाएं. साथ ही पूजा में भूलकर भी तुलसी पत्र शामिल न करें.
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