रमेश सिन्हा, पिथौरा। ग्राम लहरौद के ग्रामीण पटवारी के रवैये से परेशान है. इससे त्रस्त होकर ग्रामीण व सरपंच पटवारी की शिकायत करने कलेक्टोरेट पहुंचे थे. कलेक्टर से मुलाकात नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने पटवारी पर कार्रवाई कारने का ज्ञापन आवक जावक में जमा किया है. ग्रामीण पटवारी को हटाने व उस पर उचित कार्रवार्ई की मांग की है.

कलेक्टोरेट आए ग्राम लहरौद के सरपंच रुपसिंह ठाकुर, लक्ष्मी देवांगन, भागीरथी, गोर्वधन विश्वकर्मा, घसिया रवि, रामनाथ, गोपाल सिन्हा ने आरोप लगाया कि पटवारी राजेन्द्र डोंगरे के काम से पूरा हल्का त्रस्त है. वह हर काम के लिए रिश्वत मांगता है और नहीं देने पर काम नहीं कर भटकाता है. अभी खुलेआम किसानों व ग्रामीणों से बिक्री नकल में हस्ताक्षर, नामांतरण, नक्शा काटवाने एवं जमीन नपवाने के नाम पर रिश्वत की मांग की जाती है. इसके अलावा आय, जाति निवास में हस्ताक्षर करने के लिए 15 दिन तक घुमाता है.

पटवारी हर काम के लिए रेट फिक्स कर दिया है. बिक्री नकल में साइन कराना है तो 1500 रुपए, नक्शा कटवाना है तो 5 हजार एवं जमीन नपवाना है, तो 5 हजार रुपए लेता है. यदि इस काम के लिए रुपए नहीं देते हैं, तो किसानों व ग्रामीणों को परेशान करते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत कलेक्टर से कर्इ बार कर चुके हैं, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

फर्जी जाति से नौकरी, कार्रवाई करने एसपी से की शिकायत

ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी राजेन्द्र डोंगरे अनुसूचित जनजाति का फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी कर रहा है जबकि वो अन्य पिछड़ा वर्ग जाति का है, जिसकी जांच तहसीलदार पिथौरा द्वारा की जा चुकी है. जिसमें फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी करना सिद्ध हो चुका है. थाना पिथौरा में समाज के द्वारा एफआईआर करने के लिए आवेदन भी दिया जा चुका है, लेकिन आज तक राजेन्द्र डोंगरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है. इन बातों को गंभीरतापूर्वक लेते हुए जांच कर पटवारी राजेन्द्र डोंगरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाए.

एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने कहना है कि मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. आरोपी की जाति प्रमाण पत्र की जांच कराई जाएगी.