शरद पाठक,छिंदवाड़ा/शुभम नांदेकर,पांढुर्णा। जिले के पांढुर्णा आदिवासी अंचल के ग्राम नांदनवाड़ी में गुरुवार की देर रात एक बड़ी घटना हो गई। यहां जादू – टोने के शक पर ग्रामीणों ने बालापुर और ढोलनखापा के तीन लोगों की सामूहिक रूप से पिटाई कर दी। जिससे एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीसरे व्यक्ति को ग्रामीणों ने जला दिया है, जिसकी हालात गंभीर है।

जानकारी के अनुसार ग्रामीण नांदनवाड़ी में बीते दो महीनों में अलग – अलग कारणों के चलते चार – पांच लोगों की मौत हो गई थी। इन मौतों के बाद ग्रामीणों को संदेह था कि गांव में लोगों की मौतें जादू – टोने के चलते हो रही हैं। इस बात को लेकर ग्रामीण बीते दो सप्ताह से चर्चा कर रहे थे। इस विषय को लेकर गुरुवार सुबह पंचायत बैठी, जिसमें ढोलनखापा , बालापुर और नांदनवाड़ी के लोग भी शामिल हुए। ग्रामीणों ने इन लोगों पर आरोप लगाया कि वे झाड़ – फूंक के साथ – साथ गांव में जादू -टोना भी कर रहे हैं।

चर्चा के दौरान माहौल इतना बिगड़ गया कि ग्रामीणों ने अचानक इन लोगों पर सामूहिक रूप से हमला बोल दिया। मारपीट में गंभीर रूप से घायल बालापुर निवासी 55 वर्षीय गोमा ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। वहीं ढोलनखापा के 35 वर्षीय दंमु उर्फ मदन इवनाती को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। ढोलनखापा के ही 43 वर्षीय शेषराव पिता जागो उइके को प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस अपनी कस्टडी में ले गई। घटना के बाद नांदनवाड़ी का माहौल बिगड़ गया। पूरे गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।

बताते हैं कि घटना के दौरान नांदनवाड़ी चौकी का स्टाफ वहीं मौजूद था। हालात बिगड़ने पर सिपाहियों ने घटनास्थल से भागकर खुद को बचाया। इसके बाद पांढुर्णा से एसडीओपी रोहित लिखारे, टीआई राकेश सिंह बघेल बल के साथ मौके पर पहुंचे। जैसे – तैसे गोमा के शव और गंभीर रूप से घायल दंभु और पुन्नू को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। पुलिस को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा। देर रात तक पांढुर्णा और छिंदवाड़ा का पुलिस स्टाफ नांदनवाड़ी में तैनात रहा। आज दोपहर को लोगों ने पांढुर्णा थाने का घेराव कर दिया है। समाचार के लिखे जाने तक मामला शांत नहीं हुआ था।

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