कांकेर. विकास के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं. लेकिन जमीनी हकीकत का इन दावों से दूर-दूर तक वास्ता नजर नहीं आता. दुर्दशा ऐसी है कि, ग्रामीणों को नदी पार करने के लिए जान जोखिम में डालना पड़ता है. ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि, 4 लोग खाट के जरिए एक मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए उफनती हुई नदी पार कर रहे हैं. ये तस्वीर विकास के उन सभी दावों की धज्जियां उड़ाने के लिए काफी है.

बता दें कि, ग्राम संबलपुर निवासी बैशाखू राम मंडावी की अचानक मृत्यु हो गई. जिसका पोस्टमार्टम करवाने के लिए ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोयलिबेड़ा मेंड़की नदी पार की. इतना ही नहीं नदी में पुल नहीं होने से दैनिक उपयोग का समान लेने जाने के लिए ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर एनीकट पार कर रहे हैं.

देखें वीडियो-

वहीं इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खरे ने बताया कि, यह मेरी भी जानकारी में बात आई है. यदि एनिकेट से ऊपर पानी बह रहा है तो नदी को पार ना करें. वहीं कोयलीबेडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक हमेशा उपस्थित रहते हैं. इमरजेंसी ड्यूटी 24 घंटे रहती है, यदि शव को पोस्टमार्टम के लिए लाना हो तो 1099 मुक्तांजलि वाहन को कॉल करेंगे तो तत्काल मौके पर पहुंचेंगे और 24 घंटे यह वाहन उपलब्ध है.

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