फर्रुखाबाद. उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में जिला प्रशासन ने दो दिनों के भीतर ग्राम समाज की जमीन पर बने 25 मकानों को बुलडोजर से गिरा दिया. यह कार्रवाई नवाबगंज थाना क्षेत्र के उखरा गांव में शनिवार और रविवार को की गई, जिससे स्थानीय निवासियों में भारी रोष उत्पन्न हो गया. इन मकानों में 50 साल से अधिक समय से परिवार रह रहे थे. आशियाना उजड़ते देख ग्रामीण भड़क गए और दो लेखपाल को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. इस मामले में 30 लोगों पर एफआईटार दर्ज हुई है.

ग्रामीणों के हमले से दो लेखपाल घायल हो गए. इस घटना के विरोध में लेखपाल संघ ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और आरोप लगाया कि पुलिस ने इस दौरान मूकदर्शक बनी रही. प्रशासन ने बताया कि ये सभी मकान ग्राम पंचायत की जमीन पर बने थे, जिसे विद्युत निगम के लिए ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर बनाने के लिए अधिग्रहित किया गया है. ग्रामीणों ने पहले तहसीलदार और फिर जिलाधिकारी की कोर्ट में मुकदमा दायर किया था, लेकिन दोनों ही जगह उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की और इसे भाजपा की प्रतिशोधी राजनीति का प्रतीक बताया. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने विभिन्न राज्यों में बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 17 सितंबर को एक अंतरिम आदेश पारित किया था, जिसमें बिना अनुमति के संपत्तियों को गिराने पर रोक लगाई गई थी.

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