जांजगीर-चांपा. जिस गांव में अवैध कच्ची महुआ शराब बिक्री के मामले में पुलिसकर्मियों पर अटैक हुआ था, उसी गांव के लोगों ने पुलिस की पहल पर शराब न बनाने की शपथ ली है. थाना पामगढ़ क्षेत्र के ग्राम सेमरिया गांव में आज पुलिस अधीक्षक जांजगीर चांपा विजय कुमार पाण्डेय एवं SDOP अकलतरा प्रदीप कुमार सोरी, क्षेत्र के जनपद सदस्य रामचरण पाल, श्रवण गोड, सबरिया समाज के गणमान्य नागरिक पहुंचे और सबरीया समाज के लोगों की बैठक लेकर समझाइश दी.

कुछ दिन पहले सबरीया समाज के लोग सड़कों को जानबूझ कर खराब कर देते थे, ताकि पुलिस वाले यहां शराब पकड़ने के लिए न आए. फिर भी पुलिस अधीक्षक सबरीया समाज के लोगों को मुख्यधारा में लाने एवं स्वरोजगार के प्रति जागरूक करने हर संभव प्रयास कर रहे.

आज पुलिस अधीक्षक ने स्वरोजगार की ओर बढ़ने लोगों को बिहान कार्यक्रम में जुड़वाया. लोगों को गेंदा की खेती, फाइनल, डिटर्जेंट, मशरूम की खेती का प्रशिक्षण दिया गया. महुआ शराब बनाना पूर्णतः बंद करने के संबंध में भी चर्चा हुई. आगामी 05 तारीख को पामगढ़ के सामुदायिक भवन में स्वरोजगार के लिए परीक्षण का कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें आसपास के लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी.

अवैध शराब पकड़ने पर पुलिसकर्मियों पर हुआ था हमला

बता दें कि तीन साल पहले सेमरिया गांव में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने ममता गोंड़ सबरिया के घर दबिश दी थी, जहां उसके कब्जे से एक जरीकेन में भरा अवैध कच्ची महुआ शराब करीब 12 लीटर जब्त कर 34 -2 आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की थी. घटना स्थल से थाना प्रभारी पामगढ़ उप निरीक्षक ओपी कुर्रे व शेष बल सबरिया डेरा सेमरिया से पामगढ़ की ओर निकल रहे थे कि नहर के पहले सबरिया डेरा के पास लगभग 13-14 लोग अपने हाथों में लाठी-डंडा, रॉड लेकर थाना प्रभारी ओपी कुर्रे, सउनि शिव चन्द्रा एवं उपस्थित पुलिस के अन्य स्टाफ पर हमला किया था, जिससे टीआई समेत अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.