हकिमुददीन नासिर, महासमुंद। महासमुंद नगर के गंदे पानी के कारण तुमाडबरी के ग्रामीणों को खुजली, डायरिया जैसी बीमारियों से जूझना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने इस समस्या से नगरपालिका सीएमओ को अवगत भी कराया है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला. थक हार कर ग्रामीण अब कलेक्ट्रोरेट पहुंचकर आला अधिकारी से गुहार लगा रहे हैं. इसे भी पढ़ें : शिकार के आरोपी ने वन विभाग पर लगाया थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करने का आरोप, अफसरों को जारी हुआ समन

गौरतलब है कि ग्राम पंचायत परसदा (ब) का तुमाडबरी आश्रित ग्राम है. तुमाडबरी के वार्ड 10 में लगभग 75 परिवार निवास करते हैं, जहां दो बोर व एक हैण्डपंप लगा है. गांव के तालाब में महासमुंद नगरपालिका के वार्ड क्रमांक 4 व 5 का गंदा पानी नालियों के माध्यम से गिरता है.

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गंदे पानी की वजह से जलस्रोत के दूषित होने से गांव में लगे बोर व हैण्डपंप से बदबूदार व गंदा पानी निकल रहा है. इस दूषित जल की वजह से बीमारी को लेकर ग्रामीणों ने सरपंच के साथ मिलकर नगरपालिका सीएमओ से शिकायत की है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला.

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सरपंच वीरेन्द्र चन्द्राकर के साथ ग्रामीणों का कहना है कि गंदे पानी की वजह से उन्हें खुजली, डायरिया जैसी बीमारी का सामना करना पड़ रहा है. साफ पानी के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है. वहीं डिप्टी कलेक्टर हरिशंकर पैकरा का कहना है कि सीएमओ को आदेशित कर दिया गया है. इस समस्या से ग्रामीणों को जल्द से जल्द निजात मिल जाएगी.