रायपुर. देशभर के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। राजनांदगांव छत्तीसगढ़ राज्य का समृद्ध जिला है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह वर्तमान में राजनांदगांव लोकसभा सीट से सांसद हैं। इससे पहले भाजपा के ही मधुसुदन यादव इस सीट से सांसद थे।

राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में राजनांदगांव और कवर्धा दोनों जिले आते हैं। राजनांदगांव में 6 विधानसभा सीट हैं तो कवर्धा में 2 विधानसभा सीटें हैं। राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत में आने वाली विधानसभा की 8 सीटों में-पंढरिया, कवर्धा, खैरागढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, डोंगरगढ़(एससी), खुज्जी, मोहला-मानपुर(एसटी) शामिल हैं।

इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारों की लंबी कतार भाजपा और कांग्रेस में देखी जा सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का विधानसभा क्षेत्र होने के चलते यह सीट हाईप्रोफाइल बन जाती है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह जैसे कुछ बड़े नेता राजनांदगांव सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से मिली हार के बाद यहां भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

राजनांदगांव सीट पर 1952 से लेकर 1999 तक 13 बार चुनाव हुए। जिनमें से ज्यादातर नतीजे कांग्रेस के ही पक्ष में रहे। साल 2000 में मध्य प्रदेश के अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से यहां 2007 में एक उपचुनाव के अलावा तीन लोकसभा चुनाव हुए हैं। 2007 के उपचुनावों को छोड़ दिया जाए तो 1999 के बाद से सभी चुनावों (1999, 2004, 2009, 2014) में राजनांदगांव लोकसभा सीट पर भाजपा का ही कब्जा रहा है।

वर्तमान सांसद : अभिषेक सिंह (BJP)

प्रतिद्वद्वी और पार्टी : कमलेश्वर वर्मा (Congress)

2014 में भाजपा को मिले वोट : 6,43,473

2014 में कांग्रेस को मिले वोट : 4,07,562

2014 चुनाव में जीत का अंतर : 2,35,911

पुरुष वोटर्स की संख्या : 794,427

महिला वोटर्स की संख्या : 793,668