स्पोर्ट्स डेस्क– विराट कोहली आज क्रिकेट की दुनिया के वो बड़े नाम है जिन्हें हर कोई जानता है। क्रिकेट के स्टार खिलाड़ियों में से एक हैं विराट कोहली। क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट की बात हो, हर फॉर्मेट में सुपरहिट हैं कोहली, क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान हैं विराट कोहली। इन्हीं की कप्तानी में टीम इंडिया इन दिनों नए-नए इतिहास रच रही है। और अब बीसीसीआई के पूर्व चीफ सेलेक्टर ने विराट कोहली के सेलेक्शन को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है।
कोहली को लेकर बड़ा खुलासा
बीसीसीआई के पूर्व सेलेक्टर और टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेगसरकर ने एक कार्यक्रम के दौरान कई बड़े-बड़े खुलासे किए हैं। जिसमें वेंगसरकर ने कहा है कि उन्होंने ही टीम इंडिया में पहली बार विराट कोहली को सेलेक्ट किया था। जिसके बाद अगले ही दिन उनको अपनी चीफ सेलेक्टर की कुर्सी गंवानी पड़ी थी।
ये था पूरा मामला
वेगसरकर के मुताबिक साल 2008 में उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में विराट कोहली को खेलते हुए देखा था। उस समय वो इस टीम के कप्तान थे। कोहली की कप्तानी में ही भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। और उसी दौरान वो काफी चर्चा में आ गए थे। उसी साल टीम इंडिया को श्रीलंका के दौरे पर जाना था। उस दौरे के लिए सचिन तेंदुलकर टीम में नहीं थे जिसकी वजह से एक बल्लेबाज की जगह खाली थी। जिसके बाद उस समय के चीफ सेलेक्टर दिलीप वेगसरकर ने कोहली के नाम का सुझाव सेलेक्शन कमेटी के सामने रखा।
वेगसरकर ने आगे कहा कि उस वक्त बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष के पद पर एन श्रीनिवासन थे और वो टीम में विराट की जगह पर तमिलनाडु के बल्लेबाज एस बद्रीनाथ को शामिल करना चाहते थे। विराट के बारे में बताते हुए वेंगसरकर ने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा था कि ये सही समय है जब विराट कोहली को भारतीय टीम का हिस्सा बनाया जाए। और बाकी के चार सेलेक्टर्स भी मेरे फैसले से सहमत थे।
धोनी-गैरी इसलिए नहीं थे सहमत
वेगसरकर ने आगे कहा कि विराट कोहली को टीम इंडिया में सेलेक्ट करने को लेकर एम एस धोनी और उस समय के कोच गैरी कर्स्टन भी इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि उन्होंने विराट कोहली को ज्यादा खेलते हुए नहीं देखा था।
वेगसरकर ने कहा कि मैंने विराट को खेलते हुए देखा है। और हम उन्हें टीम में शामिल करना चाहते हैं। मुझे पता था कि वो टीम में एस बद्रीनाथ को रखना चाहते हैं। क्योंकि धोनी उस वक्त आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स टीम का हिस्सा थे। अगर विराट टीम में आते तो बद्रीनाथ को बाहर बैठना पड़ता। उस वक्त श्रीनिवासन बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष थे। अगर विराट टीम में आते तो वो नाराज हो जाते क्योंकि बद्रीनाथ तमिलनाडु के क्रिकेटर थे।
बतौर चीफ सेलेक्टर वेगसरकर
दिलीप वेंगसरकर को किरण मोरे की जगह साल 2006 में चीफ सेलेक्टर बनाया गया था। वो दो साल से भी कम समय तक इस पद पर रहे। बाद में उनकी जगह इस पद पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज के श्रीकांत को लाया गया। वेंगसरकर के मुताबिक ये सारे फैसले श्रीनिवासन के जोर पर लिए गए थे और उन्हें सेलेक्टर के पद से हटा दिया गया था।