समराला। पंजाब में प्रवासी मजदूरों के खिलाफ गुस्से की लहर फैल रही है। मंगलवार को विभिन्न सिख संगठनों ने समराला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर ऐलान किया कि प्रवासी मजदूरों के सामाजिक बहिष्कार का अभियान चलाया जाएगा। लोगों में यह आक्रोश होशियारपुर में एक प्रवासी मजदूर द्वारा 5 साल के मासूम बच्चे पर किए गए अत्याचार और उसकी हत्या की घटना के बाद देखने में आया है।

इस बीच, दमदमी टकसाल के स्थानीय नेता भाई सुखविंदर सिंह भगवानपुरा ने सभी पंजाबियों से इन प्रवासी मजदूरों का पूर्ण बहिष्कार करने की अपील की ताकि ये प्रवासी मजदूर खुद ही पंजाब छोड़ने को मजबूर हो जाएं। उन्होंने कहा कि पंजाब के पर्यावरण और इसकी गौरवशाली विरासत को बचाने के लिए हमें प्रवासी मजदूरों का साथ छोड़ना होगा। उनकी रेहड़ी-पटरी वालों से सामान खरीदना बंद करके सिर्फ पंजाबियों से ही सामान खरीदने पर ध्यान देना होगा। ताकि कमजोर और बेरोजगार पंजाबियों को सहारा मिल सके।

प्रवासी मजदूरों का पुलिस द्वारा एक सप्ताह के भीतर सत्यापन करवाने की मांग

सिख संगठन के नेता हरप्रीत सिंह खालसा ने समराला क्षेत्र में रह रहे प्रवासी मजदूरों का पुलिस द्वारा एक सप्ताह के भीतर सत्यापन करवाने की मांग की और कहा कि जो प्रवासी पंजाब का माहौल खराब करने और पंजाबियों पर हमला करने व अन्य आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए यहां आए हैं, उनकी पहचान करके उन्हें यहां से खदेड़ा जाए। उन्होंने होशियारपुर में मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी की घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि इन प्रवासी मजदूरों के हौसले लगातार बढ़ रहे हैं और अब तो वे पंजाबियों पर खुलेआम हमला भी करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति के कारण कुछ राजनेता भी इन्हें बढ़ावा दे रहे हैं और जो पंजाबी इनका समर्थन भी कर रहे हैं, उनसे भी अपील है कि वे इनका समर्थन करना बंद करें और पंजाब के साथ खड़े हों ताकि इन्हें यहां से खदेड़ा जा सके।