Volvo : वॉल्वो ने अपने डीजल वेरिएंट के कारों के प्रोडक्शन को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने ये फैसला इलेक्ट्रिक कारों की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के चलते लिया है. कंपनी ने ये तय किया है कि साल 2030 वॉल्वो केवल इलेक्ट्रिक गाड़ियों के प्रोडक्शन पर फोकस करेगी. दुनियाभर में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड लगातार बढ़ रही है. ऐसे में वॉल्वो भी बड़े पैमााने पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है.

XC90 थी कंपनी की आखिरी डीजल गाड़ी

कंपनी की ओर से आखिरी डीजल गाड़ी के रूप में XC90 का प्रोडक्शन किया गया. ये कार कंपनी के स्वीडन स्थित टॉर्सलैंडा प्लांट में तैयार की थी. XC90 एक लग्जरी एसयूवी सेंगमेंट की कार है. फिलहाल ये कार पेट्रोल वर्जन में दुनिया के सभी बड़े देशों में उपलब्ध है.

कंपनी ने जारी बयान में कहा कि अब डीजल गाड़ियों को अलविदा कहने का समय आ गया है. एक समय डीजल गाड़ियां हमारी सेल्स का मुख्य हिस्सा थी. लेकिन आज के समय में ट्रेंड बदल गया है और कंपनी का फोकस इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर हैं और कंपनी ग्राहकों की जरूरतों को समझते हुए हाइब्रिड के साथ एक फुली इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो तैयार कर रही है. आगे कहा कि कंपनी की ग्लोबल सेल्स का 34 प्रतिशत इलेक्ट्रिक कारों से आ रहा है. यही भविष्य है.