सुरेंद्र जैन, रायपुर. धरसींवा से लगे चरोदा में उल्टी दस्त का प्रकोप फैलने से स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया गया है. दो दिन के भीतर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 27 पीड़ितों के भर्ती होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों का उपचार शुरू कर दिया है.

जानकारी के अनुसार चरोदा में रविवार की दोपहर से अचानक एक ही मोहल्ले के लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी और पीड़ितों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचना शुरू हो गया. देखते ही देखते दो दिन में ऐसे 27 पीड़ित अस्पताल पहुंचे. इनमें से 19 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है, जबकि 8 लोग अभी भी अस्पताल में ही हैं.

बीएमओ डॉ लकड़ा ने बताया कि बदलते मौसम, तेज गर्मी और दूषित पानी के कारण ऐसी बीमारियां फैलती हैं,   ऐसे में लोगों को खान-पान में सावधानी रखने की जरूरत है.  उन्होंने अपील की कि पानी उबाल कर और छानकर पीयें . डॉ लकड़ा ने बताया कि गांव  में शिविर लगाकर इलाज किया जा रहा है और पानी का सेम्पल लेकर उसे भी जांच के लिए भेजा गया है.

डायरिया से बचने के उपाय- 

  • डायरिया से बचाव के लिए बासी, तली, भारी, मिर्च-मसालेदार चीजो का सेवन न करें.
  • ज्यादा गर्मी में शराब, चाय, कॉफी, कम पिये या ना पियें क्योकि इससे शरीर में और ज्यादा गर्मी बढ़ जाती हैं जो कुछ लोगो के लिए डायरिया का कारण बन सकती हैं .
  • बासी, खट्टी महक वाला दूध न पिएं.
  •  बिना ढकी हुई खाने-पीने की चीजें न खाएं.
  • फ्रिज में रखे हुए पदार्थ बाहर निकाल कर तुरंत न खाएं.
  • आलू, इमली, बैगन, गोभी, अचार का सेवन करें.
  • दावतों में बहुत पहले से कटे हुए प्रदूषित सलाद के सेवन से बचें.
  • अंगूठों और अंगुलियों के नाखून न बढ़ाएं और न उनमें मैल जमा होने दें.
  • गंदा व बासी पानी न पिएं.