कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। लोकसभा चुनाव 2024 में ग्वालियर सीट पर इस बार बंपर वोटिंग हुई है। मतदान प्रतिशत में बड़ा इजाफा हुआ है। 43 डिग्री टेंपरेचर के बीच भी मतदाताओं का उत्साह कम नहीं हुआ और देखते ही देखते ग्वालियर में पिछले 40 साल के वोटिंग प्रतिशत का रिकॉर्ड टूट गया। लेकिन इस बढ़े हुए वोट प्रतिशत के साथ अब राजनीतिक दलों के दावे भी सामने आने लगे हैं। दावा है जीत हार से जुड़ा..देखिए हमारी यह खास रिपोर्ट में।

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ग्वालियर संसदीय सीट पर इस बार 62.47 फीसदी मतदान हुआ है। यह बीते 2019 चुनाव से काफी ज्यादा है। यही वजह है कि इस बार वोटिंग में हुए इजाफे के बीच भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही दलों में हलचल मची हुई है, एक ओर सत्ता दल भाजपा इस बढ़े हुए वोट प्रतिशत को अपने पक्ष में बताते हुए जीत का दावा कर रही है, तो वही दूसरी ओर कांग्रेस इसे बीजेपी के प्रति जनता का आक्रोश बताते हुए अपनी जीत का झंडा बुलंद होने का दावा कर रही है।

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ग्वालियर लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में 7 मई को मतदान संपन्न हुआ है। जिसमें वोटर्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिसका परिणाम यह निकला की 43 डिग्री टेंपरेचर की चिलचिलाती गर्मी के बावजूद भी लोगों ने घर से निकलकर जमकर मतदान किया और ग्वालियर के इतिहास में 40 सालों का वोटिंग प्रतिशत का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले 1984 में 67% वोटिंग ग्वालियर लोकसभा पर हुई थी, जब कांग्रेस के प्रत्याशी स्वर्गीय माधव राव सिंधिया और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बीजेपी के बीच आमने सामने मुकाबला हुआ था। उस दौर में कांग्रेस प्रत्याशी माधवराव सिंधिया को बड़ी जीत मिली थी। हालांकि अभी पिछले 17 सालों से बीजेपी इस सीट पर काबिज है और बीते तीन चुनावों के ट्रेंड को देखते हुए BJP को इस बार बड़ी जीत की उम्मीद है।

आईए सबसे पहले जानते हैं, ग्वालियर लोक सभा सीट पर 1984 से अब तक कैसा रहा वोटिंग प्रतिशत

  • 1984 में 67%
  • 1989 में 52%
  • 1991 में 37%
  • 1996 में 44%
  • 1998 में 60%
  • 1999 में 48%
  • 2004 में 41%
  • 2007 में 41%(उपचुनाव)
  • 2009 में 41%
  • 2014 में 53%
  • 2019 में यह बढ़कर 60% पर पहुंच गया।
  • 2024 के लोकसभा चुनाव में इस बार बढ़कर 62.47% मतदान हुआ है।

2024 के लोकसभा चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ने को लेकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी का कहना है, कि जब-जब मतदान बढ़ता है तब-तब भारतीय जनता पार्टी को इसका लाभ मिलता है। खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और योजनाओं से प्रभावित होकर ग्वालियर की जनता ने रिकॉर्ड तोड़ मतदान किया है। क्योंकि कोई भी दल इतने अच्छे मतदान की कल्पना नहीं कर रहा था। ग्वालियर में हुए ऐतिहासिक मतदान के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जनता और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया है और बीजेपी की जीत दावा किया है।

ग्वालियर लोकसभा सीट पर मतदान प्रतिशत बढ़ने पर दूसरी ओर कांग्रेस भी उत्साहित है। कांग्रेस का कहना है कि किसी भी सरकार के लिए 10 साल का कार्यकाल जनता के विकास के काम करने के लिए बहुत होता है, लेकिन बीजेपी सरकार ने जनता से किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया, ऐसे में भीषण गर्मी में घरों से निकलकर जनता केंद्र की BJP सरकार के प्रति आक्रोश में बढ़ चढ़कर मतदान किया है। जिसका फायदा कांग्रेस को मिलने जा रहा है। ग्वालियर की जनता ने BJP के बीते सभी सांसदों का कार्यकाल देखा, उन्होंने जनता के लिए कुछ नहीं किया। बीजेपी हर बार चेहरा बदल देती है, ऐसे में जनता अब बीजेपी को हराकर सबक सिखाने जा रही है।

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दोनो ही प्रमुख राजनीतिक दलों के दावों के बीच आपको पुराने उस आंकड़ों से रूबरू कराते है, जिसके चलते BJP ज्यादा उत्साहित है।

  • 2007 लोकसभा उपचुनाव में 41 फीसदी मतदान हुआ और BJP की यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव जीती
  • 2009 लोकसभा चुनाव में 41 फीसदी मतदान हुआ, फिर भी BJP से यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव जीती
  • 2014 लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बीते चुनाव से बढ़कर 53 फीसदी हुआ, जिसके साथ ही BJP से नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव जीते
  • 2019 लोकसभा चुनाव में बीते चुनाव से बढ़कर 60 फीसदी मतदान हुआ, BJP से विवेक नारायण शेजवलकर चुनाव जीते
  • 2024 के इस लोकसभा चुनाव में बीते चुनाव से फिर बढ़कर रिकॉर्ड 62.47 फीसदी मतदान हुआ है। इसलिए बीते 4 चुनावों के आंकड़ों के आधार पर BJP जीत का दावा कर रही है।

बहरहाल 40 सालों बाद ग्वालियर लोकसभा सीट पर रिकॉर्ड मतदान के पीछे अलग अलग कारण बताए जा रहे है। लेकिन बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अभी उत्साह से लवरेज है, दोनों ही पार्टी अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। हालांकि दोनों पार्टियों के दावे से परे बढ़े हुए वोट प्रतिशत में जनता ने किस पार्टी और प्रत्याशी को पसंद किया है यह तो आने वाले 4 जून के चुनाव के परिणाम ही बता पाएंगे।

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