स्पोर्ट्स डेस्क– कहते हैं जोश और जुनून के आगे उम्र कहीं पीछे छूट जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है वसीम जाफर ने, इन दिनों ईरानी ट्रॉफी चल रही है जहां रणजी चैंपियन विदर्भ और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच मुकाबला चल रहा है। जहां टॉस जीतकर विदर्भ की टीम पहले बल्लेबाजी कर रही है। और दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक विदर्भ की टीम बहुत मजबूत स्थिति में पहुंच चुकी है। विदर्भ की टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट खोकर 598 रन बना लिए हैं। जिसमें विदर्भ टीम के सीनियर खिलाड़ी वसीम जाफर सुर्खियों में हैं, वजह है 285 रन बनाकर जाफर अभी भी नाबाद हैं, और अश्विन जैसे दुनिया के धुरंधर गेंदबाजों के सामने जमकर डटे हुए हैं। जाफर ने अपनी पारी में अबतक 34 चौके और 1 सिक्सर लगाए है।
बन सकते हैं एशिया के पहले बल्लेबाज
वसीम जाफर अभी 40 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले भारत के पांचवें बल्लेबाज तो बन ही गए हैं। और अभी 285 रन बनाकर नाबाद हैं। अगर जाफर इसे तिहरे शतक में तब्दील करने में कामयाब हो गए तो वो 40 की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तिहरा शतक जमाने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन जाएंगे तो वहीं एशिया के पहले बल्लेबाज।
40 की उम्र में ऐसा करने वाले भारत के 5वें बल्लेबाज
ऐसा नहीं है कि 40 साल की उम्र या उससे अधिक की उम्र में वसीम जाफर ने ही दोहरा शतक जमाया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वसीम जाफर से भी कई उम्रदराज भारतीय खिलाड़ी हैं जो दोहरा शतक लगा चुके हैं। 50 प्लस की उम्र में भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भारतीय खिलाड़ी दोहरा शतक लगाने का कारनामा कर चुके हैं।सीके नायडू ने 51 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दोहरा शतक बनाया था। ये कारानामा उन्होंने 1945/46 में किया था। 49 साल की उम्र में डीबी देवधर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया था। उन्होंने ये कारनामा साल 1940/41 में किया था। साल 1957/58 सत्र में 43 साल और 2 दिन की उम्र में विजय हजारे ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया था। वहीं वीनू मांकड़ ने 40 साल 272 दिन के उम्र में साल 1957/58 सत्र के दौरान दोहरा शतक लगाया था।