रवि गोयल,जांजगीर-चांपा. जिले के मालखरौदा में डीएलएड प्रशिक्षण में भारी फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. मालखरौदा के सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य द्वारा कॉलेज में पढ़ रहे अपने परिजनों को शिक्षक बताकर फर्जी तरीके से डीएलएड का प्रशिक्षण कराया जा रहा है. मामले की जानकारी जब क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता विजय धीरे को लगी, तो उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत सारे दस्तावेज इकट्ठा कर खंड शिक्षा अधिकारी के पास इसकी शिकायत की, परंतु शिकायत के कुछ दिन बाद ही मामले को रफा-दफा कर दिया गया.

अब मामला जिले के कलेक्टर नीरज बंसोड़ के पास पहुंच गया है. शिकायतकर्ता विजय धीरे ने बताया कि मालखरौदा के सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य विशेश्वर यादव और स्कूल के शिक्षकों द्वारा अपने परिजनों को फर्जी तरीके से डीएलएड का प्रशिक्षण कराया जा रहा है. डीएलएड के प्रशिक्षण के लिए किसी स्कूल में शिक्षक के तौर पर काम करने का अनुभव होना जरूरी है. जिसके लिए स्कूल के प्राचार्य और शिक्षक ने अपने पद का फायदा उठाते हुए अपने ही स्कूल की दूसरी शाखा से अपने परिजनों का अनुभव प्रमाण पत्र बनवा डाला.

वही शाखा के प्राचार्य लालमणि मिश्रा से जब मामले की जानकारी लेनी चाही तो वह कुछ भी कहने से बचते रहे, लेकिन खुफिया कैमरे में उनकी सारी पोल खोल कर रख दी है.

स्टिंग ऑपरेशन लालमणि मिश्रा(प्राचार्य)का वीडियो-

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वहीं इस पूरे मामले में खंड शिक्षा अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है. शिकायतकर्ता द्वारा सारे दस्तावेजों के साथ शिकायत करने के बावजूद भी अधिकारी दोषियों को बचाने में लगे हुए हैं.

फिलहाल मामला कलेक्टर तक पहुंच चुका है ओर जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती से मामले की रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश जारी कर दिया है. जिसके बाद से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.