कोरिया.छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ द्वारा आगामी 1 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया गया है. कर्मचारियों ने वेतन विसंगतियों को दूर करने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है.
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के नेता प्रमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 1 अगस्त को होने वाली स्वास्थ्य संयोजकों की हड़ताल को लेकर संघ द्वारा प्रचार प्रसार तेज कर दिया गया है. इसी के मद्देनजर संघ की ओर से एक टीजर जारी किया गया है. जिसमें एक गीत के साथ कर्मचारियों द्वारा किये गये अन्दोलन की कुछ तस्वीरें और वीडियो समाहित किया गया है. संघ द्वारा जारी किये गये टीजर में इस गाने का प्रयोग किया गया है…
”हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार, हो जाओ तैयार साथियों, हो जाओ तैयार.
अर्पिता कर दो तन-मन-धन, मांग रहा बलिदान वतन,अगर देश के काम न आए तो जीवन बेकार”.
देखिये वीडियो- [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=SJJgjPVBtIo[/embedyt]
संघ की ओर से आंदोलन के लिए एक नारा भी दिया गया है जो इस प्रकार है…
अब की बार आर या पार,
जो वेतन विसंगति दूर करे.
बनेगी उसी की सरकार.
अभी भी समय है,
मान जाओ सरकार…
इसके अलावा संघ की ओर से एक प्रेस नोट भी जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने आन्दोलन के दौरान प्रदेश भर की स्वास्थ्य सेवाओं बाधित करने की चेतावनी दी है. प्रेस नोट में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के सभी उप स्वास्थ्य केंद्र 1 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल के कारण बन्द रहेंगे. जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग का काम पूरी तरह से ढप रहेगा.साथ ही हड़ताल के कारण राष्ट्रीय कार्यक्रम एवं योजनाएं भी प्रभावित और बंद हो जाएंगी.
जो इस प्रकार है…
- नियमित टीकाकरण नही होगा।
- मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण प्रभावित रहेगा।
- भारत सरकार की महत्वाकांक्षी कार्यक्रम मीजल्स रूबेला टीकाकरण पूरी तरह से ढप रहेगा प्रदेश के 82 लाख बच्चों को MR का टीका नही लगेगा।
- संस्थागत प्रसव बन्द रहेगा।
- गर्भवती माताओ व शिशुवती माताओं की जांच बंद रहेगा।
- सर्दी-खांसी, उल्टी-दस्त, बुखार का इलाज नही हो पायेगा।
- एच आई वी, सिकलिंग, मलेरिया, हीमोग्लोबिन, बीपी, शुगर जांच बन्द रहेगा।
- नेत्र रोग जांच, कुष्ठरोग जांच व उपचारित मरीज की दवा, टीबी रोग जाँच व उपचारित मरीज की दवा , मुख कैंसर जांच, स्तन कैंसर जाँच, बच्चेदानी के मुख कैंसर की जाँच बन्द रहेगा।
- कॉपर-टी नहीं लग पायेगा और पुरुष नसबंदी के हितग्राही को भटकना पड़ सकता है।
- ग्रामीण स्तर पर महामारी नियंत्रण और इलाज के लिए ग्रामीण डॉक्टर (RHO) उपलब्ध नही रहेंगे।
- ये सभी कार्य-योजना के साथ साथ अन्य कई कार्यक्रम और योजनाएं प्रभावित रहेंगे।
- प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पूरी तरह प्रभावित होगी।
- आश्रम व छात्रावास में बच्चों की स्वास्थ्य जांच पूरी तरह ठप हो जाएगी।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना स्मार्ट कार्ड( RSBY/MSBY) की सर्वे, पंजीकरण, बनाना व वितरण पूरी तरह प्रभावित होगी।
- कुपोषित बच्चों की जांच,चिन्हांकन व RNC भेजने का काम पूरी तरह से प्रभावित होगा।