अजय गुप्ता, कोरिया. बिजली की अघोषित कटौती व लो वोल्टेज से परेशान ग्रामीणों ने 05 अक्टूबर को महेन्द्रगढ़ तिराहे के पास चक्काजाम किये. बिजाली विभाग की लापरवाही से नाराज ग्रामीणों ने कहा कि फसलों पर पानी देने का कार्य चल रहा है. बिजली के लो वोल्टेज के कारण पंप नहीं चल पा रहे है. इसके आलाव बिद्युत विभाग के अधिकारियों के द्वारा लगातार अनुमानित बिल थमाया जा रहा है. शिकायत करने के बाद बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी क्षेत्र में नहीं आते है. सिंचाई नहीं हो पाने के कारण फसले बरबाद हो रही है. चक्का जाम होने के कारण कई वाहनों की लंबी लाईन लगी रही. साथ ही कई घंटों कर यातायात का कार्य बाधित रहा.

कांग्रेसी नेता भी रहे शामिल

ग्रामीणों के द्वारा किये गए चक्का जाम में, स्थानीय कांग्रेस के नेता भी मौजूद रहे. वही नेताओं ने कहा कि सरकार के विकास दावे सभी खोखले साबित हो रहे है. किसान, व्यापारी, विद्यार्थी सब वर्ग भाजपा सरकार से परेशान हो चुके है. जो भी वर्ग सरकार से समस्यां के निराकरण के लिए आवाज उठाते है तो सरकार के द्वारा हर तरीके से दबाने का काम किया जाता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश को बिजली से जममग करने का दावा करने वाली भाजपा सरकार के शासन काल में किसान सड़कों पर आ कर चक्का जाम करने पर उतर आये है.

एसडीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वसन

बिजली की समस्यां से परेशान ग्रामीणों के चक्का जाम की खबर लगने के बाद एएसडीएम एएस पैकरा ने आकर मौक पर मिले. ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहे बिजली की समस्यां का जल्द ही निराकरण किया जाएगा. वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि जनकपूर से कोटडोल मार्ग में किसानों के जमीन का मुआवजा भी नहीं मिला है. एसडीएम के आश्वसन बाद ग्रामीण शांत हुए.