नई दिल्ली . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवालों को बड़ी राहत दी है. केजरीवाल ने कहा है उन सभी लोगों के पानी के बिल माफ किए जाएंगे जिन्हें कोरोना काल में गलत बिल मिले थे. उन्होंने कहा है कि लोगों को ये बिल भरने की जरूरत नहीं है और जल्द ही इन बिलों को माफ दिया जाएगा.

जिन भी लोगों को कोरोना काल में गलत पानी के बिल मिले हैं, उनकी समस्या जल्द सुलझा ली जाएगी और ऐसे लोगों को इन बिलों को भरने की जरूरत भी नहीं है.  बता दें जिस स्कूल की आदारशिला सीएम केजरीवाल ने रखी, उस ग्राउंड-प्लस-तीन मंजिल की इमारत में 50 कक्षाएं, 9 प्रयोगशालाएं, दो लाइब्रेररी होंगी. शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, घनी-भरी इमारतों के बीच, यह स्कूल क्षेत्र के बच्चों के लिए आज की आवश्यकता है. आज, हम इस स्कूल की नींव रख रहे हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि 12 महीने के भीतर, सीएम शानदार नए स्कूल भवन का उद्घाटन करने के लिए यहां वापस आएंगे.

द्वारका में कच्ची कॉलोनी से बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए, केजरीवाल ने कहा कि सभी सड़कें निर्माण किया गया है, पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं और सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. आज अनधिकृत कॉलोनियों की स्थिति पहले की तुलना में बेहतर है. 75 साल का काम 5 साल में नहीं किया जा सकता.  केजरीवाल ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, ”पिछले कुछ दिनों में उन्होंने मुझे रोकने के लिए मेरे खिलाफ कई मामले दर्ज किए हैं.  कभी ईडी का नोटिस आता है तो कभी सीबीआई का. ऐसा लगता है जैसे मैं देश का सबसे बड़ा आतंकवादी हूं.’

केजरीवाल ने कहा, उनका कहना है कि दिल्ली में गरीबों के बच्चों के लिए शानदार स्कूल बनाने और उन्हें भविष्य देने वाले मनीष सिसोदिया चोर हैं. ऐसी योजना है कि राशन लेने के लिए दुकान पर जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि सरकार गेहूं, चावल और चीनी को एक बैग में पैक करके हर महीने हर घर तक पहुंचाएगी. कैबिनेट ने इस योजना को पारित कर दिया है. इस पर मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों ने हस्ताक्षर किये. हालांकि, केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया. हम चोरी रोकना चाहते थे, लेकिन ये लोग हमारे सारे काम रोकने की कोशिश कर रहे हैं,” उन्होंने कहा कि यह योजना अब पंजाब में लागू की जाएगी. उन्होंने केंद्र सरकार के एक सर्वेक्षण का जिक्र करते हुए कहा किदिल्ली में मुद्रास्फीति कम है क्योंकि यहां बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, महिलाओं के लिए बस यात्रा और बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्राएं मुफ्त हैं.