रोहित कश्यप,मुंगेली। जिले के जरहागांव में अवैध रूप से शासकीय भूमि में अतिक्रमण कर 5 वर्षों से संचालित पानी पाउच की फैक्ट्री पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सील कर दिया है. जिला प्रशासन के निर्देश पर तहसीलदार खाद्य विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते शीन एक्वा नामक पानी पाउच फैक्ट्री को बंद कर बोरियों में भरे पानी पाउच को भी जब्त कर लिया है.

दरअसल शीन एक्वा नामक इस पानी पाउच फैक्ट्री की शिकायत मुख्यमंत्री तक से की गई थी जिस पर मंत्रालय से जांच कार्यवाही के लए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए थे. जिस पर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने राजस्व विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर टीम बनाकर जांच कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया. जहां तहसीलदार पुलकित साहू ने उक्त शिकायतों को सही पाया. वही फ़ूड सेफ्टी इंस्पेक्टर ने पानी के सैंपल भी लिए. जांच के दौरान पाया गया कि लाइसेन्स का रिन्यूअल भी 2 वर्षो से नहीं हुआ है जबकि हर 6 महीनों में लाइसेन्स का रिन्यूअल कराया जाता है.

वहीं पानी पाउचों पर न तो पैकिंग की तारीख और न ही अन्य आवश्यक निर्देश लिखे हुए थे. इसके अलावा भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा सर्टिफाइड नहीं था.  फिर भी लगातार 2 वर्षों से प्लांट में उत्पादन पाउचों की पैकिंग कर बिक्री की जा रही थी, जो कि गंभीर मामला है और यह सीधे आमजनों के सेहत से खिलवाड़ से जुड़ा मसला है.

हालांकि कार्रवाई के बाद फैक्टरी से बोरियो में पानी पाउच जब्त किए गए हैं. बोरियों को सील कर उसी परिसर में रखा गया है. तहसीलदार पुलकित साहू ने बताया कि प्लांट के पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए राज्य खाद्य प्रयोगशाला रायपुर भेजा जाएगा. जिसमें यह स्पष्ट होगा कि पानी की गुणवत्ता ठीक थी या नहीं.