
मार्च की शुरुआत होते ही देश के विभिन्न क्षेत्रों में तापमान में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है. महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में सामान्य से अधिक गर्मी का अनुभव हो रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों में स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों के लिए चेतावनी जारी की है, जहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है. गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट लागू किया गया है.
गुजरात और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सक्रिय उच्च दबाव प्रणाली को इस गर्मी की लहर के लिए मुख्य कारण माना जा रहा है. मौसम विशेषज्ञ एस.डी. सनप के अनुसार, इस उच्च दबाव के कारण तापमान में तेजी से वृद्धि हो रही है. हीटवेव से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले समूहों में वृद्धजन, बच्चे और पुरानी बीमारियों से ग्रसित लोग शामिल हैं. मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे पर्याप्त मात्रा में जल का सेवन करें और धूप से बचें.
महाराष्ट्र और राजस्थान में भी गर्मी का कहर
महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है. पुणे में बुधवार (12 मार्च) को इस मौसम का सबसे गर्म दिन देखा गया, जहां कोरेगांव पार्क और लोहेगांव में तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसी प्रकार, राजस्थान के कई स्थानों पर भी लू की स्थिति बनी हुई है. उत्तरी कोंकण, विशेषकर मुंबई में, इस सप्ताह की शुरुआत में लू का प्रकोप रहा. हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि गुरुवार (13 मार्च) से कुछ क्षेत्रों में तापमान में कमी आ सकती है.
गुजरात बना सबसे गर्म राज्य
देशभर में तापमान के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में गुजरात को सबसे गर्म राज्य माना जा रहा है. यहां के कई शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया गया है. राजकोट में तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस, जबकि अमरेली और सुरेन्द्रनगर में यह 41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा. पोरबंदर में तापमान सामान्य से 7.6 डिग्री अधिक, 40.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. इसी प्रकार, महाराष्ट्र के अकोला में 41.3 डिग्री सेल्सियस और चंद्रपुर में 40.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में कुछ क्षेत्रों में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों में गर्मी का प्रभाव जारी रहने की संभावना है. इस स्थिति में, नागरिकों को सक्रिय रहने और गर्मी से बचाव के उपायों को अपनाने की सलाह दी गई है.
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आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 13 से 16 मार्च के बीच वर्षा की संभावना है. पूर्वोत्तर क्षेत्र में, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 13 से 15 मार्च तक बारिश होने की उम्मीद है. दक्षिण भारत में, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा.
क्या करें, क्या न करें?
गर्मी से सुरक्षा के लिए घर से बाहर निकलने से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है. हल्के रंग के सूती वस्त्र पहनें और धूप से बचने का प्रयास करें. लू से बचने के लिए दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर जाने से बचें और अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करें. बिजली गिरने की संभावना वाले स्थानों पर सावधानी बरतें. मौसम विभाग के अनुसार, गर्मी का प्रभाव अभी भी जारी रहेगा, इसलिए सतर्क रहना और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है.
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