Weather Update: दिल्ली से लेकर देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली में बुधवार सुबह सबसे न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसकी वजह से कोहरे की चादर में लिपटी राजधानी नैनीताल और देहरादून से भी ज्यादा ठंडी हो गई. वहीं छत्तीसगढ़ में भी इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. कई जिलों में मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है.

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 3 दिनों तक उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे और शीतलहर की स्थिति जारी रहेगी. इसके बाद इसकी तीव्रता कुछ कम हो जाएगी. इसके साथ ही अगले 2-3 दिनों तक उत्तराखंड, दक्षिण मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की बारिश की संभावना है. इसके अलावा 2-3 दिनों के दौरान उत्तराखंड और राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में भी घना कोहरा छाया रह सकता है.

जानिए छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों का तापमान
कोहरे को लेकर छत्तीसगढ़ के कई जिलों में मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, बलरामपुर, पेंड्रारोड और कोरबा जिले को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. प्रदेश में सबसे कम तापमान अंबिकापुर में 9.1 डिग्री दर्ज किया गया. रायपुर में 17.5 डिग्री, बिलासपुर में 14.6, जगदलपुर में 15.3, दुर्ग में 16.2 और राजनांदगांव में 17.7 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.

जानें दिल्ली का तापमान
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र नई दिल्ली के मुताबिक, दिल्ली में 5 जनवरी को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. वहीं, घने कोहरे के साथ शीतलहर चलने के आसार हैं. राजधानी में 6 और 7 जनवरी को न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. यहां घने कोहरे के साथ शीतलहर चलेगी. 8 जनवरी से पारा बढ़ने के आसार हैं. ​


24 से 48 घंटों तक चलेगी शीतलहर
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा, ”दिल्ली में शीत लहर जारी है और अधिकतम तापमान भी कम है, जिससे सर्दी बनी हुई है. अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 13 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. हालांकि दिल्ली में कोहरे की स्थिति में सुधार हुआ है. जेनामणि ने कहा कि अगले 24 से 48 घंटों के लिए शीतलहर की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण कुछ सुधार होगा, जिससे सात जनवरी के बाद उत्तर भारत में असर पड़ सकता है.