पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। गांव के तमाम लोग बस्ती के बीच बने ब्रिटिश जमाने का कुएं का पानी ही पीते हैं. ग्रामीणों का मानना है कि इस कुएं के पानी को पीने से उनका हाजमा ठीक रहता है, लेकिन चार दिन पहले ही गांव के लोगों को पेट मरोड़ने और दस्त की शिकायत होने लगी. लोगों के इलाज के साथ जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के बाद कुएं के पानी को खराब बताया, जिससे ग्रामीण हैरान हैं.
गरियाबन्द के ग्राम तोरेंगा के मुख्य बस्ती के लोगों की अचानक तबीयत बिगड़ गई. बीमार पड़ने वालों में 20 से 40 उम्र वालों की संख्या ज्यादा है, जिन्हें पेट मरोड़ने व दस्त की शिकायत है. 4 दिन पहले से सिलसिला शुरू हुआ और देखते ही देखते आंकड़ा 40 पहुंच गया. देर से पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर लगाकर इलाज भी शुरू कर दिया है. हालात फिलहाल काबू में है.
स्वास्थ्य विभाग लोगों के स्वास्थ्य खराब होने के बीछे कुएं का पानी मे खराबी होना बताया है, जिससे ग्रामीण हैरान हैं. ग्रामीण बताते हैं कि तोरेंगा के इस कुएं के पानी पीने से पेट का हाजमा ठीक होता है. यही नहीं इस पानी का न केवल गांव के लोग बल्कि राष्ट्रीय स्तर के अनेक दिग्गज नेताओं ने इसका सेवन किया है. अब पानी को खराब बताए जाने से असमंजस में पड़े ग्रामीण अब झाड़-फूंक के जरिये कारण का पता लगाने की बात कह रहे हैं.
देखिए वीडियो :
https://youtu.be/oppsmtlguCI