बेलगावी. अक्सर आपने डाक्टरों को लोगों का इलाज करते देखा औऱ सुना होगा. क्या आपने ऐसे डाक्टर के बारे में भी सुना है जो कार जलाता हो. एक अजीबोगरीब वाकये में एक डाक्टर साहब ने लोगों की एक-एक करके पच्चीस कारें फूंक डाली.

कालबुर्गी औऱ बेलगावी में तीन दिनों में एक के बाद एक करके करीब 25 कारें जलने की घटना से पुलिस प्रशासन के साथ साथ स्थानीय लोग बेहद परेशान हो गए. किसी को कार जलाने की घटना की सच्चाई नहीं पता चल रही थी. दरअसल बेहद शांतिपूर्ण इलाके में इस तरह की घटना होना लोगों के लिए बेहद अचरज भरा था.

जब पुलिस ने इस बारे में पड़ताल की तो पहले तो उसे भी घटना के कारणों की पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी. पुलिस ने जब लोगों के घरों में लगे सीसीटीवी की पड़ताल की तो पता चला कि असल माजरा क्या है. दरअसल पुलिस को सभी कारों को जलाने के पीछे एक ही आदमी दिखा. पुलिस ने जब उस आदमी तक पहुंचने की कोशिश की तो उसके हांथ पांव फूल गए. दरअसल वो आदमी कोई चोर-उचक्का या बदमाश नहीं था. वो व्यक्ति था पैथालाजी का असिस्सटेंट प्रोफेसर डा. अमित गायकवाड़.

एक बेहद सम्मानित डाक्टर जो छात्रों को भावी चिकित्सक बनाता है. उन्हें मेडिकल साइंस की शिक्षा देता है वो कार जलाने जैसी घटना करेगा. इसका अंदेशा किसी को भी नहीं था. खास बात ये है कि वह हेलमेट पहनकर कार जलाने की घटनाओं को अंजाम देता था. जब इस बारे में डा. गायकवाड़ के स्टूडेंट को पता चला तो वे भी भौचक्के रह गए कि उनको पढ़ाने वाला टीचर औऱ बेहद सम्मानित डाक्टर ऐसा क्यों कर रहा है. जब पुलिस ने डा. अमित से इस बारे में पूछताछ की तो उनके पास भी कोई जवाब नहीं था. तफ्तीश में पता चला कि डा. अमित दरअसल दिमागी रुप से बुरी तरह से बीमार थे जिसके चलते उन्होंने ये कदम उठाया.