भारत के राजनेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक (Satyapal Malik) का मंगलवार को निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे और दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. सत्यपाल मलिक के निधन की सूचना मिलते ही राजनीतिक क्षेत्र में शोक की लहर छा गई. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) सहित पार्टी के कई नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. केजरीवाल ने मलिक को याद करते हुए उन्हें एक ऐसा नेता बताया जो हमेशा सत्ता के सामने सच बोलने का साहस रखते थे.
अरविंद केजरीवाल ने जताया दुख
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सत्यपाल मलिक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा कि यह समाचार अत्यंत दुखद है. उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति ने एक ऐसे व्यक्तित्व को खो दिया है, जो सत्ता के सामने सच बोलने का साहस रखता था. केजरीवाल ने आगे उल्लेख किया कि मलिक न केवल एक अनुभवी राजनेता थे, बल्कि देशहित के मुद्दों पर निर्भीकता से अपनी राय रखने वाले विरले नेताओं में से एक थे. उन्होंने दिवंगत आत्मा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और शोकाकुल परिवार को इस कठिन समय में सहनशक्ति प्रदान करने की कामना की.
आतिशी ने क्या कहा
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और ‘आप’ नेता आतिशी ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि मलिक जी ने सार्वजनिक जीवन में सादगी, स्पष्टता और जनहित के मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के लिए एक विशेष पहचान बनाई. उनका निधन भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण आवाज के खो जाने के समान है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस कठिन समय में साहस दें.
संजय सिंह बोले- वक्त हर जुल्म का हिसाब करेगा
राज्यसभा सांसद ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘निडर नेता को नमन. उन्होंने सच के लिए कभी डर या झुकाव नहीं दिखाया. जब सत्यपाल मलिक जी गंभीर स्थिति में अस्पताल में थे, तब क्रूर सत्ता ने उन पर सीबीआई का मामला दर्ज किया. समय हर अन्याय का हिसाब लेगा. सत्यपाल मलिक जी को शत-शत नमन. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.’
सत्यपाल मलिक के निधन की सूचना उनके आधिकारिक अकाउंट से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा की गई. पोस्ट में बताया गया कि पूर्व गवर्नर चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक का निधन हो गया है. जानकारी के अनुसार, वह पिछले कई महीनों से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त थे.
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RML अस्पताल में भर्ती थे सत्यपाल मलिक
उन्हें आरएलएम अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां चिकित्सकों की देखरेख में उनका उपचार चल रहा था. हालांकि, सभी प्रयासों के बावजूद मंगलवार को उनका निधन हो गया. सत्यपाल मलिक ने मेघालय, गोवा, बिहार और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में राज्यपाल के रूप में कार्य किया और जम्मू-कश्मीर के अंतिम पूर्णकालिक राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दीं.
मौत की तारीख से जुड़ गया अजीब संयोग
सत्यपाल मलिक ने अपने लंबे राजनीतिक करियर में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया, साथ ही गोवा, बिहार, मेघालय, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के पदों पर भी रहे. उनका निधन दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दोपहर एक बजकर 12 मिनट पर हुआ, जहां वे लंबे समय से आईसीयू में भर्ती थे और विभिन्न बीमारियों का इलाज चल रहा था. उनके निधन की तारीख में एक दिलचस्प संयोग यह है कि 5 अगस्त 2019 को, जब वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, तब अनुच्छेद 370 को हटाया गया था, और ठीक 6 साल बाद इसी दिन उन्होंने अंतिम सांस ली.
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