रायपुर। 3 जुलाई से प्रदेश में किसान, भाजपा विधायकों और जनप्रतिनिधियों का घेराव करने की शुरुआत करने जा रहे हैं। रायपुर में घेराव की शुरुआत देवजी भाई पटेल के घर से की जाएगी। धरसींवा विधानसभा के ग्राम तिवरैय्या में छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ की किसानों के साथ बोनस बइठका  हुई । इस बैठक में किसान महासंघ से प्रभाकर ग्वाल, संतोष दुबे, लखन साहू, डॉ संकेत ठाकुर आदि उपस्थित हुए ।

बैठक में  किसानों को बताया गया कि भाजपा ने चुनाव के समय संकल्प किया था कि वह चुनाव जीतने के बाद रु. धान पर 300 बोनस, रु 2100 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य, धान के एक एक दाना की खरीदी,शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन, मुफ्त बिजली हमें लगातार देंगे । लेकिन इनमें से एक भी वायदा भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद पूरा नहीं किया है । वादाखिलाफी की वजह से खेती में लागत लगातार बढ़ती जा रही है । दूसरी तरफ धान की कीमत में वांछित वृद्धि नहीं हो रही है और इस कारण किसान  लगातार कर्ज के बोझ से दबते चले जा रहे हैं । और 1 दर्जन से ज्यादा किसान छत्तीसगढ़ में इस वजह से आत्महत्या कर चुके हैं।

किसान महासंघ किसानों के साथ मिलकर गांव-गांव में बोनस बइठका करने का निर्णय लिया है, इसके साथ ही भाजपा विधायकों व जनप्रतिनिधियों का घेराव कने की रणनीति बनाई गई है जिसमें किसान विधायकों से उनके संकल्प और घोषणापत्र में किए गए वादों की याद दिलाएंगे और पूछेंगे कि वादा का क्या हुआ? आपके संकल्प का क्या हुआ? आखिर हमारी समस्या कब दूर करेंगे? हमारी मांग कब पूरी करेंगे।

शहीद किसान साथियों की खातिर उन्हें बताया गया कि हम भारतीय जनता पार्टी के विधायकों,सांसदों, जनप्रतिनिधियों से जब मौका मिले पूछे कि आप के वादों का क्या हुआ ? आपके संकल्प का क्या हुआ ? गांव गांव में बोनस बइठका करें और  एकजुट होकर अपने जनप्रतिनिधियों को घेरकर पूछे हैं कि आखिर हमारी समस्या कब दूर करोगे ? हमारी मांगे कब पूरी करोगे ?