प्रदीप गुप्ता,कवर्धा। एक व्यक्ति द्वारा सुपारी किलर को हत्या की सुपारी दी गई. उसके बाद सुपारी किलर ने हत्या की. इस किलर द्वारा हत्या का बकायदा वीडियो भी बनाया गया. वीडियो देखने के बाद सुपारी देने वाले ने सुपारी किलर को पैसे का भुगतान भी किया. लेकिन मामले में तब नया मोड़ आ गया जब जिस व्यक्ति की हत्या की गई वह जिन्दा घर लौट आया. सुपारी किलिंग, हत्या और फिर मौत के बाद जिन्दा होने का क्या है सच; आईये आपको हम बताते हैं…
कवर्धा जिले के दशरंगपुर पुलिस को ग्राम पेंड्रा निवासी सुनील चद्राकर ने शिकायत दर्ज कराई कि वह पुणे में कमाने—खाने गया था. जहां दुर्ग के दो लोग उसकी हत्या करने पहुंचे थे. लेकिन हत्या न कर केवल हत्या जैसा नाटक करने को कहा तथा उसका वीडियो बनाकर सुपारी देने वाले को भेजकर पैसा लेकर आपस में बांटने की बात कही. मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की. जांच शुरू हुई तो चौकाने वाला मामला सामने आया.
दरअसल पेंड्रा निवासी पेखन चंद्राकर एवं सुनील चंद्राकर का काफी पहले से विवाद चला आ रहा था. आरोपी पेखन के अनुसार सुनील द्वारा आरोपी की लड़की से छेड़छाड़ करता था और उससे जबरदस्ती शादी करना चाहता था. इस बीच सुनील कमाने खाने के लिए पुणे चला गया. तभी आरोपी पेखन ने सुनील को मारने के लिए दुर्ग के दो सुपारी किलर रामकुमार वर्मा और अजित साहू से संपर्क किया.
जहां सुनील को पुणे में मारने के लिए 60 हजार में सौदा तय हुआ. 15 हजार रूपये नगद भी दे दिये गये. जिसके बाद दोनों सुपारी किलर रामकुमार वर्मा और अजित साहू पुणे पहुंचे और सुनील से ही सौदा कर लिया. इस सौदे में सुनील को मारने के बजाय केवल मरने का नाटक करने को कहा गया और इसका वीडियो बनाकर पेखन को भेजने की बात कही गई और उसके बाद जो पैसा मिलेगा उसे आपस मे बांटने का लालच दिया.
सुनील भी हत्या की बात से डरा हुआ था. डर के कारण सुनील को जैसा कहा गया वैसा वह करता गया. सुनसान जगह में ले जाकर टमाटो केचप गले में लगाकर हत्या की एक्टिंग की गई और वीडियो बनाकर पेखन को भेज दिया गया. वहां से सुपारी किलर लौट आए. इस बीच डर के मारे सुनील कवर्धा पहुंचा और पूरे मामले की जानकारी दशरंगपुर थाने को दी. जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों सुपारी किलर और मुख्य आरोपी पेखन चंद्राकर को गिरफतार कर लिया गया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर सभी अरोपीयों को जेल भेज दिया गया है.