रायपुर. बृहस्पति के कमजोर होने पर व्यक्ति के नैतिक मूल्य और संस्कार दूषित होने लगते हैं. यानी उसका आचरण खराब हो जाता है. वाणी में कटुता और बात-बात पर क्रोधित होने की प्रवृत्ति आ जाती है. खराब बृहस्पति वाला व्यक्ति अपने माता-पिता और बड़ों का सम्मान नहीं करता. उसके विद्या अध्ययन में भी बाधा आती है.
बृहस्पति शुभ प्रभाव देने वाला होता है वे व्यक्ति विद्वान और ज्ञानी होते हैं. वे दूसरों का सम्मान करना जानते हैं. उनकी वाणी में मधुरता रहती है और अपने अच्छे व्यवहार के दम पर हर किसी को अपने प्रति आकर्षित कर सकते हैं. बृहस्पति शुभ है तो सदैव देव कृपा बनी रहती है यानी ऐसे व्यक्ति का कोई काम अटकता नहीं है. धर्म-कर्म में रुचि रहती है. व्यक्ति अध्यात्मिक किस्म का होता है. हालांकि बृहस्पति की शुभता के कारण कई मामलों में व्यक्ति अहंकारी भी हो जाता है.
गुरुवार के दिन व्रत रखें. इस दिन नमक का सेवन न करें. घर के पिछले हिस्से में केले का पेड़ लगाएं और रोज प्रात: उसमें जल डालें. बृहस्पति के मन्त्रों का जाप करें. विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से बृहस्पति प्रसन्न् होते हैं. घर के बुजुर्गों का सम्मान करें. किसी बगीचे में फलदार वृक्ष लगाएं. वाचस्पति पूजन करायें.